
Jamshedpur : कोल्हान यूनिवर्सिटी के अंगीभूत कॉलेजों में यूजी शैक्षणिक सत्र 2021-24 के छात्रों को डिग्री लेने के लिए 6 महीने और इंतजार करना पड़ेगा. यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में कुछ दिन पहले ही नामांकन की प्रक्रिया पूरी हुई थी. यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार यूजी फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा दिसंबर में होनी है, लेकिन कोल्हान यूनिवर्सिटी में दिसंबर तक तो नामांकन ही चलता रहा. उसके बाद फिर से विद्यार्थियों को लॉकडाउन की मार झेलनी पड़ रही है. इस तरह कोल्हान यूनिवर्सिटी की लेटलतीफी का खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है. समय पर डिग्री नहीं मिलने के कारण कई छात्र आगे की पढ़ाई और कई प्रतियोगी परीक्षओं से वंचित रह जायेंगे. हायर एजुकेशन के इच्छुक छात्रों को समय पर डिग्री नहीं मिलने से कई परेशानियां हो सकती हैं. छात्र नामांकन से वंचित हो सकते हैं, जिससे उनका पूरा साल भी बर्बाद हो सकता है.
Slide content
Slide content
प्राइवेट यूनिवर्सिटीज से सीखे कोल्हान विवि : घोष
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बपन्न घोष ने कहा कि कोल्हान यूनिवर्सिटी को प्राइवेट यूनिवर्सिटीज से जल्द से जल्द सीखने की जरूरत है. जहां कोल्हान में स्थित प्राईवेट यूनिवर्सिटीज अपने बच्चों के एडमिशन से लेकर एग्जाम तक सारा कुछ ऑनलाईन मोड पर लेकर सत्र में विलंब नहीं होने दे रही हैं, वहीं दूसरी तरफ कोल्हान यूनिवर्सिटी अपने विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है.
सुझाव व समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं वीसी : शुभम
एआईडीएसओ के नगर अध्यक्ष शुभम कुमार ने बताया कि हम लोगों ने सेशन लेट होने की समस्या को कई बार कुलपति के सामने रखा है. यहां तक कि रांची यूनिवर्सिटी जिस तरह से विद्यार्थियों को प्रमोट कर रही है, उस तरह की व्यवस्था लागू करने का सुझाव भी कुलपति को दिया है, लेकिन वे इसपर ध्यान नहीं दे रहे, ऐसा लग रहा है मानो कोल्हान यूनिवर्सिटी खुद अपने विद्यार्थियों को प्राइवेट यूनिवर्सिटी की तरफ धकेलना चाहती है.
इसे भी पढ़ें – जमशेदपुर : पहले महिला से दोस्ती गांठी, फिर घर में घुसकर करने लगा दुष्कर्म की कोशिश, हुआ गिरफ्तार