
Ranchi : बीते दो साल से राज्य कोरोना महामारी की चपेट में है. राज्य की आर्थिक गतिविधियां रुक रुककर चल रही हैं. आर्थिक गतिविधियों की धीमी रफ्तार ने लोगों की जेब को जहां हल्का कर दिया है वहीं बढ़ती महंगाई ने भी हालत खराब की है. आलम यह है कि दो जून यानी दो वक्त की रोटी भी बेतरह महंगी हो गयी है.
बढ़ी हुई महंगाई को लेकर शहर के दुकानदारों का कहना है कि पिछले साल कोरोना संक्रमण में संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान भी खाद्यान्न पदार्थों की कीमत में उतनी वृद्धि नहीं हुई, जितनी इस साल बिना सम्पूर्ण लॉकडाउन में हुई.
खासकर सरसों तेल और रिफाइंड की कीमत में भारी उछाल आया, जिससे महंगाई बेकाबू हो गयी है. दाल की कीमतों में भी 30 प्रतिशत तक तेजी आयी है. जिसने आम लोगों के घर के बजट को पूरी तरह से गड़बड़ा कर रख दिया.
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सरसों तेल की कीमत हुई लगभग दोगुनी
राशन के सामान की बढ़ती कीमतों की बात करें तो बीते साल की तुलना में इस साल सरसों तेल की कीमत लगभग दोगुनी हो गयी है.
वहीं, दाल की कीमत में भी 30 से 40 प्रतिशत तक की तेजी आयी है. खुदरा मार्केट में राशन की कीमतों की बात करें तो तेल, दाल, आटा, सत्तू आदि की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है.
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राशन के प्रमुख सामानों की कीमत
मई-जून 2020 | मई-जून 2021 | |
रिफाइंड तेल | 120 रुपए लीटर | 200 रुपए लीटर |
सरसों तेल | 117 रुपए लीटर | 185 रुपए लीटर |
राहड़ दाल | 90 रुपए किलो | 110 रुपए किलो |
चना दाल | 62 रुपए किलो | 78 रुपए किलो |
मूंग दाल | 90 से 110 रुपए किलो | 130 रुपए किलो |
उड़द दाल | 95 रुपए किलो | 110 रुपए किलो |
काबुली चना | 70 रुपए किलो | 90 रुपए किलो |
बेसन | 88 रुपए किलो | 100 रुपए किलो |
सत्तू | 140 रुपए किलो | 150 रुपए किलो |
चीनी | 40 रुपए किलो | 44 रुपए किलो |
आटा | 510 रुपये में 25 किलो | 570 रुपये में 25 किलो |
चावल | 750 रुपए में 25 किलो | 780 रुपए में 25 किलो |
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