
Ranchi : जब देश भर के राज्य अपने यहां होने वाली बोर्ड परीक्षाओं के अलावा नौकरियों के लिए ली जाने वाली परीक्षाएं रद्द कर रहे हैं वही झारखंड लोकसेवा आयोग इस बात पर अड़ा हुआ हुई कि सातवीं से 10 वीं सिविल सेवा परीक्षा 2 मई को ली जायेगी. हालांकि, आयोग की ओर से अभी तक एडमिट कार्ड जारी नहीं किया गया है. फिर भी राज्यभर से स्टूडेंट्स के बीच यह चर्चा बनी हुई है कि आयोग का जोर साढ़े पांच लाख उम्मीदवारों की जान जोखिम में डाल परीक्षा लेने पर क्यों है. बताते चलें कि इस परीक्षा के लिए साढ़े पांच लाख स्टूडेंट्स ने आवेदन कर रखे हैं. परीक्षा के लिए राज्य के सभी 24 जिलों में परीक्षा केंद्र बनाये जा रहे हैं.
इसे भी पढ़ेंःदिग्गज मजदूर नेता एसके बक्शी (बक्शी दा) नहीं रहे. 85 वर्ष की उम्र में हुआ निधन
हर जिला में है परीक्षा केंद्र


आयोग की ओर से साढ़े पांच लाख परीक्षार्थियों का एक साथ एक ही दिन परीक्षा लेने पर जोर है. परीक्षा तय समय पर हो सके इसके लिए सभी 24 जिलों में परीक्षा केंद्र बनाये जा रहे हैं. हालांकि आयोग परीक्षार्थियों को उनके जिले में ही बनाये गये सेंटर पर परीक्षा लेने की बात कह रहा है. फिर भी परीक्षार्थियों का कहना है कि अधिकांश उम्मीदवार अपने जिले से बाहर ही परीक्षा की तैयारी करते हैं. ऐसे में परीक्षा के लिए उन्हें अपने अपने जिले जाना होगा. बसों और ट्रेन में भीड़ होगी इससे कम्यूनिटी स्प्रेड का खतरा बढ़ेगा. इसके अतिरिक्त बढ़ी संख्या में उम्मीदवार दूसरे राज्यों से भी आयेंगे. इससे राज्य कोरोना का लहर तेज़ ही होगा.


इसे भी पढ़ेंःलापरवाहीः कोरोना संक्रमण के बीच सीआईपी ले रही ऑफलाइन नियुक्ति परीक्षा, 34 सौ उम्मीदवार हो रहे हैं शामिल
कई राज्यों में रद्द हुई परीक्षाएं
बताते चलें कि कई राज्यों ने कोरोना के खतरे को देखते हुए अपने यहां कि परीक्षा तिथि को आगे बढ़ा दिया है. बिहार में होने वाली बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा को टाल दिया गया है. यह परीक्षा 11 अप्रैल से होने वाली थी. इसी तरह महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग ने भी परीक्षा तिथि बढ़ाई है. मध्य प्रदेश ने राज्य सेवा की पीटी परीक्षा तिथि को अगले आदेश के लिए स्थगित किया है. उत्तर प्रदेश में भी लोक सेवा परीक्षा स्थगित की गयी है. इनके अलावा सीबीएसइ, आईसीएसइ के अलावा झारखंड बोर्ड ने भी मैट्रिक और इंटर की परीक्षा रद्द की है.