
Ranchi : झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) और झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (जेएसएससी) के हजारों छात्रों ने विधायक बंधु तिर्की के पास फरियाद लगायी. आदिवासी छात्र संघ के बैनर तले गुरुवार को रांची में तिर्की के आवास का घेराव किया.
उनके सामने जेपीएससी द्वारा सिविल सेवा परीक्षा के लिये जारी विज्ञापन के कई बिंदुओं पर सवाल उठाया. सुशील उरांव, मनोज यादव, सफी इमाम सहित कई कैंडिडेट ने कहा कि जेपीएससी औऱ जेएसएससी के कारण लाखों स्टूडेंट्स में नाराजगी है.
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नियमावली और विज्ञप्ति को ठीक करने की जरूरत
शफी इमाम ने विधायक से कहा कि जेपीएससी और जेएसएससी के कारण शिक्षित युवाओं को सड़क पर उतरना पड़ रहा है. उनके सामने कई सवाल हैं जिसे हल करने के लिये उन्हें सड़कों पर उतरकर लगातार आन्दोलन करना पड़ रहा है.
जेपीएससी की नियमावली और विज्ञप्ति में भारी गड़बड़ी है. इसमें आरक्षण नियमों का तरीके से ख्याल नहीं रखा गया है. बल्कि इसे खत्म कर दिया गया है. OBC को प्रशासनिक सेवा में एक भी सीट नहीं दी गयी है.
यह झारखंड की हितों के खिलाफ है. इसमें आवश्यक सुधार करना जरूरी है. उम्र सीमा को लेकर भी विसंगति है. इसके कारण लाखों कैंडिडेट का कैरियर दांव पर लग गया है. सीटों की संख्या भी कम कर दी गयी है.
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1932 के आधार पर बने स्थानीय नीति
सुशील उरांव ने आग्रह करते हुए कहा कि राज्य में स्थानीय नीति-1932 के आधार पर ही नियोजन नीति बनायी जाय. इसके बाद ही जल्दी से जल्दी सभी पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की जानी चाहिये.
जेपीएससी की अधिकतम उम्र सीमा 2011 के आधार पर किये जाने की जरूरत है. इसके अलावा छात्र हित में कानून बनाये जाने का भी काम हो. घेराव कार्यक्रम में उमेश प्रसाद, रीना कुमारी, नुपूर कुमारी, बलराम, सिद्दिकी, अमित के साथ-साथ सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी मौजूद थे.
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