Ranchi: प्रवर्तन निदेशालय की दबिश के बाद ग्रामीण विकास विभाग ने सभी जिलों से मनरेगा में हुई विभिन्न गड़बड़ियों पर जांच शुरू करायी है. विभाग ने इस सबंध में सभी जिलों को पत्र लिखा है और मनरेगा में जो बड़ी गड़बड़ियां हुई हैं उस पर प्रतिवेदन मांगा है. प्रवर्तन निदेशालय ने 100 करोड़ रुपये के सामग्री खरीद की जांच शुरू की है इसमें आशंका व्यक्त की जा रही है कि भारी गड़बड़ी हुई है. ईडी ने इस पर विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है. इसी आलोक में ग्रामीण विकास विभाग ने भी जांच प्रारंभ करायी है और फिर से सभी जिलों से प्रतिवेदन देने को कहा है.
दरअसल, यह बात कई माध्यमों से सामने आयी कि मनरेगा योजना के क्रियान्वयन में सामग्री खरीद में गड़बड़ियां हुई है. पूर्व ग्रामीण विकास सचिव आराधना पटनायक ने भी इसे पकड़ा था उन्होंने 2021 में ही महज एक सप्ताह में 200 करोड़ की निकासी को संदिग्ध बताया था और इसकी जांच कराने का निर्देश सभी जिलों को दिया है. इसी के बाद ईडी ने इस पूरे मामले को देखना शुरू किया था. प्रारंभिक जांच में 100 करोड़ की गड़बड़ी की आशंका जतायी गयी है. इसमें कई जिलें के डीडीसी सहित प्रखंड पंचायत तक के अधिकारी शामिल हैं. ऐसे में अब ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा मांगे गये प्रतिवेदन के बाद जिलों में भी हड़कंप है. बता दें कि, मनरेगा के घोटाले में आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल का भी नाम सामने आया है. ईडी की जांच के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया था. हाल में ही उन्हें जमानत मिली है. अब मनरेगा घोटाले में और भी जो लोग संलिप्त हैं उसकी तलाश की जा रही है. पुख्ता सबुत मिलते ही कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.
इसे भी पढ़ें: Breaking: 48 जवानों की हत्या में शामिल 15 लाख का इनामी माओवादी कमांडर नवीन यादव ने किया सरेंडर