
Jamshedpur : कोविड प्रोत्साहन राशि के भुगतान को लेकर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को घेरने के बाद अब विधायक सरयू राय ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मंगलवार को बन्ना गुप्ता द्वारा सरयू राय को कानूनी नोटिस भेजे जाने की जानकारी देते हुए सरयू राय ने कहा था कि इस कानूनी नोटिस का जवाब नहीं देंगे. साथ ही उन्होंने मंत्री की तरफ से होनेवाली कानूनी कार्रवाई का इंतजाकर करने की बात भी कही थी. बुधवार को राय ने मुख्यमंती हेमंत सोरेन को दो ट्वीट किये. इन ट्वीट में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना की उपार्जित दावा राशि के भुगतान में भारी अनियमितता का आरोप लगाया है. सरयू राय ने इसमें राज्य के सभी सिविल सर्जन कार्यालय तथा विभाग मुख्यालय की संलिप्तता की जांच कराने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया है.
.@HemantSorenJMM स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को “आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना” की उपार्जित दावा राशि के भुगतान में भारी अनियमितता हुई है.इसमें राज्य के सभी सिविल सर्जन कार्यालयों एवं विभाग मुख्यालय की संलिप्तता की जाँच कराएँ और कारवाई करें
— Saryu Roy (@roysaryu) April 20, 2022


अपने दूसरे ट्वीट में सरयू राय ने लिखा है – “राज्य के कई ज़िलों से ह्वाट्सएप/फ़ोन के ज़रिए स्वास्थ्य कर्मियों की फ़रियाद आ रही है कि वे कोविड प्रोत्साहन राशि पाने के हक़दार हैं,पर उन्हें प्रोत्साहन राशि मिलना तो दूर 6 माह से वेतन भी नहीं मिला है और काम से भी हटा दिया गया है.उनकी पीड़ा आप तक पहुँचा रहा हूँ.”


.@HemantSorenJMM राज्य के कई ज़िलों से ह्वाट्सएप/फ़ोन के ज़रिए स्वास्थ्य कर्मियों की फ़रियाद आ रही है कि वे कोविड प्रोत्साहन राशि पाने के हक़दार हैं,पर उन्हें प्रोत्साहन राशि मिलना तो दूर 6 माह से वेतन भी नहीं मिला है और काम से भी हटा दिया गया है.उनकी पीड़ा आप तक पहुँचा रहा हूँ.
— Saryu Roy (@roysaryu) April 20, 2022
इन दो ट्वीट के अलावा पूर्व खाद्य मंत्री सरयू राय ने “एमजीएम व पूर्वी सिंहभूम जिला में कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों को नहीं मिली प्रोत्साहन राशि”. शीर्षक से अखबार की एक कटिंग भी लगायी है. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा है – “कम्युनिटी हेल्थ स्नातक छात्रों की वृति राशि वर्ष 2021-22 के बजट में स्वीकृत होने के बावजूद इन्हें अब तक नहीं मिली.गरीब युवक आंदोलित हैं,आर्थिक संकट में हैं.पढ़ाई के बाद इनकी बहाली डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ़ के मध्य श्रेणी में होनी है.इन्हें पीएचसी सम्हालना है.”
सरयू राय के इन ट्वीट से जाहिर है कि वे बन्ना गुप्ता के कानूनी नोटिस का जवाब नहीं देने की घोषणा करने के बाद मंत्री बन्ना गुप्ता और उनके विभाग के क्रियाकलापों को लेकर मुखर और हमलावर मुद्रा में रहेंगे. सरयू राय फिलहाल विधानसभा की समान्य प्रयोजन समिति के साथ पूर्वोत्तर राज्यों के दौरे पर हैं. इधर विभिन्न मुद्दों पर राज्य में मची राजनीतिक सरगरमी के बीच सरयू के खुलासे और बन्ना की कनूनी लड़ाई क्या नया मोड़ लेती है, इस पर लोगों की निगाहें रहेंगी.
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