
Ranchi : राज्य के चयनित 3000 सरकारी स्कूलों में चल रहे आईसीटी कंप्यूटर लैब बंद हो गया है. यहां कार्यरत लगभग 3000 टीचर बेरोजगार हो चुके हैं. अब यह बेरोजगार हो चुके शिक्षक शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो से नौकरी बचाने की गुहार लगा रहे हैं. बताते चलें कि राज्य के 13 जिलों के क्लास 6 से 12 तक के स्कूलों में बूट मॉडल पर आईसीटी योजना के तहत कंप्यूटर लैब स्थापित किए गए थे. इन कंप्यूटर लैब में स्कूल नेट इंडिया लिमिटेड की ओर से अनुबंध के तहत शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी. राज्य शिक्षा परियोजना और स्कूलनेट इंडिया लिमिटेड के बीच हुए करार के तहत यहां 5 सालों के लिए कंप्यूटर की पढ़ाई कराई जा रही थी.
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बीते 14 अप्रैल को यह करार समाप्त हो गया. राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी की ओर से पत्र जारी कर करार समाप्त होने की जानकारी संबंधित जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी को दी गई. इसके साथ ही पत्र में उन्होंने कहा कि जो भी लैब जिन स्कूलों में स्थापित किए गए हैं उन्हें चालू हालत में संबंधित स्कूल को सौंपी जाए. लैब संचालित करने वाली कंपनी संबंधित स्कूल के प्राचार्य को निर्धारित फॉर्मेट में हैंड ओवर करेंगे.




शिक्षा परियोजना निदेशक की ओर से इस पत्र के जारी होने के बाद आईटीसी कंप्यूटर लैब में कार्यरत शिक्षक अब सड़क पर आ गए हैं. उन्हें नौकरी की चिंता सता रही है. इन कंप्यूटर लैब में कार्यरत शिक्षकों ने बताया कि स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग कार्यरत कंपनी के साथ करार करेगी या नहीं यह अभी तय नहीं हुआ है. वही उनका क्या होगा इस बाबत भी जानकारी न तो विभाग की ओर से दी गई है और ना ही संबंधित कंपनी की ओर से. शिक्षा परियोजना निदेशक की ओर से जो पत्र जारी किया गया है, वह धनबाद, हजारीबाग, रामगढ़, चतरा, कोडरमा, बोकारो, गिरिडीह, दुमका, देवघर, जामताड़ा, पाकुड़, गोड्डा और साहिबगंज जिले के शिक्षा पदाधिकारी के नाम जारी किया गया है. इस पत्र में कंप्यूटर लैब को हैंड ओवर कराते हुए 30 अप्रैल तक जानकारी देने को कहा गया था इसमें से कई जिलों ने अभी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है.
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