
Ranchi : राज्य के हाई स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के साइंस और मैथ्स को बेहतर बनाने की दिशा में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने एक अहम निर्णय लिया है. ना केवल शिक्षकों की नियुक्ति बल्कि इन हाईस्कूलों में बेहतरीन लैब डेवलप किए जाएंगे. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि नए शैक्षणिक सत्र से ही हाई स्कूलों में साइंस मैथ्स के पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स इस लैब का लाभ लेने लगेंगे. इस लैब में 215 तरह के मॉडल होंगे जो साइंस और मैथ्स के होंगे.
निजी क्षेत्र की एजेंसी करेगी संचालित
हाईस्कूलों में लैब डेवेलप करने और संचालन के लिए निजी क्षेत्र की एजेंसी की मदद ली जायेगी. राज्य शिक्षा परियोजना की ओर से एजेंसी चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. चयनित एजेंसी के जिम्मे लैब स्थापित करने, उसका मेंटनेंस और लैब संचालन के लिए एक्सपर्ट की नियुक्ति होगी. अभी जो तय किया गया है उसके अनुसार एजेंसी का चयन तीन साल के लिए किया जाएगा. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार चयनित एजेंसी को प्रत्येक 10 स्कूल पर एक लैब असिस्टेंट की नियुक्ति करनी होगी. इसके अतिरिक्त परियोजना की ओर से शिक्षकों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी. परियोजना निदेशक किरण पासी के मुताबिक अभी यह प्रक्रिया में है. जल्द ही इसे पूर्ण रूप दिया जाएगा.

क्या कुछ होगा लैब में


साइंस लैब में विभिन्न मॉडल्स के माध्यम से वाटर हार्वेस्टिंग, खगोलीय घटनाएं, रॉकेट लांचर, लीवर एवं पुली सिस्टम, प्रकाश, शारीरिक तंत्र, चुंबकीय गुण सहित भौतिकी, रसायन एवं जीव विज्ञान के विभिन्न पाठ्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी. वहीं मैथ्स के लैब में स्टूडेंट्स गणितीय जानकारी, प्रवीणता, धनात्मक मनोवृत्ति और गणित के विभिन्न प्रकरण जैसे कि बीज गणित, ज्यामिति, त्रिकोणमिति, कलन आदि में प्रयोग कर जानकारी ले सकेंगे. स्टूडेंट्स, मापनों और दूसरे क्रियाकलापों से कई गणितीय अवधारणाओं और गुणों को सत्यापित कर सकता है. शिक्षकों को भी निश्चित सामग्री मॉडल्स एवं चार्टों की सहायता से गणितीय अवधरणाओं, तथ्यों और गुणों को समझाने में मदद मिलेगी.
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