
Ranchi : पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने गुरुवार को झार जल मोबाइल ऐप लॉच किया. विश्वा सभागार, कांके में आयोजित कार्यक्रम में पेयजल विभाग के सचिव प्रशांत कुमार, एसबीएम डायरेक्टर डॉ. नेहा अरोड़ा, पीएमयू के चीफ इंजीनियर संजय झा, पीएमयू प्रोग्राम मैनेजमेंट के अंडर सेक्रेट्री प्रणव कुमार पाल आदि मौजूद थे.
इस दौरान ऐप के संचालन को लेकर कार्यशाला के आयोजन के अलावा पेयजल विभाग की मासिक पत्रिका झार जल संदेश भी जारी की गयी.


प्रशांत कुमार ने मौके पर कहा कि झार जल मोबाइल ऐप में प्रदेश में संचालित जलापूर्ति योजनाओं और चापानल से संबंधित विस्तृत जानकारी उपलब्ध रहेगी. ऐप को अपडेट करने में सभी प्रमंडल के अफसर सहयोग करेंगे.




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ऐप से होगी चापानल की मॉनिटरिंग
प्रशांत कुमार के मुताबिक राज्य में जल्द ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सहयोग से सैटेलाइट हैंडपंप पर काम होगा. यानी चापानल का सच अब आसानी से पता लगेगा. राज्य के 4 लाख 2 हजार 719 हैंडपंप ज्योलॉजिकल इनफॉरमेशन सिस्टम (G.I.S-GIS) से जुड़ेंगे. ऐप को झारखंड स्पेस अप्लीकेशन सिस्टम (JSAC), पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने मिलकर तैयार किया है.
इसमें प्रदेशभर के सभी हैंडपंप का डिटेल्स अपलोड किया जाएगा. एक क्लिक में हैंडपंप की पूरी हिस्ट्री स्क्रीन पर दिख जाएगी.
विशेष सॉफ्टवेयर की मदद
संजय झा ने बताया कि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने JSAC के सहयोग से झार जल मोबाइल ऐप JJMA बनवाया है. इसके लिए JSAC ने एक विशेष सॉफ्टवेयर की खरीदारी की है. उसी सॉफ्टवेयर के सहयोग से हैंडपंप का डिटेल्स किया जाएगा. इसकी मॉनिटरिंग GIS स्पेशलिस्ट करेंगे. पेयजल विभाग GIS स्पेशलिस्ट बहाल करेगा.
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ऐप संचालन में जल सहिया से मदद
राज्य में जल सहियाओं के सहयोग से एक-एक हैंडपंप का सर्वे कराया जाएगा. वे अपनी रिपोर्ट में बताएंगी कि हैंडपंप किस योजना के तहत लगाया गया है. उसकी गहराई क्या है. मरम्मत कब-कब हुई. हैंडपंप सिंगल विलेज स्कीम का है या मल्टीविलेज स्कीम का. ऐसी ही अन्य जानकारियां ऐप पर अपलोड होंगी.
पेयजल विभाग के सभी प्रमंडल अपने अधीन आने वाले एक-एक चापानल का रिकॉर्ड ऐप में अपलोड करेंगे. इसकी ऑनलाइन मॉनिटरिंग जीआईएस स्पेशलिस्ट रांची स्थित प्रोग्राम मैनेजमेंट यूनिट भवन, डोरंडा (PMU, Ranchi) से करेंगे.
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