
Jamshedpur : टाटा वर्कर्स यूनियन ने 15 मार्च 1920 को मरे कंपनी के पांच मजदूरों की याद में मंगलवार को शहीद दिवस समारोह का आयोजन किया. यूनियन के महामंत्री सतीश कुमार सिंह समेत सारे यूनियन पदाधिकारियों और कमेटी मेंबरों ने इन शहीदों को पुष्पांजलि देकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया. यूनियन ने बताया कि आज से 102 साल पहले 15 मार्च 1920 में टिस्को कंपनी में हुई पहली हड़ताल में पांच मजदूरों की मौत हो गयी थी. घुड़सवार पुलिस ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें पांच मजदूरों की मौत हो गयी और 21 कर्मचारी घायल हो गये थे. मरनेवाले मजदूरों के नाम थे – सेवा सिंह, डमरू लोहार, रघुनाथ भुइंया, कालुन माता और लीलाधर चौबे. इस घटना की जानकारी मिलने पर कंपनी के तत्कालीन चेयरमैन सर दोराबजी टाटा जमशेदपुर पहुंचे और मजदूरों से बात कर हड़ताल खत्म कराई. प्रबंधन ने न केवल जमशेदपुर लेबर एसोसिएशन को मान्यता दी, बल्कि उसकी सारी मांगें मान ली. मांगों में मजदूरों के वेतन में 20 से 45 फीसदी की बढ़ोतरी, सवेतन छुट्टी, ग्रेच्यूटी, प्रोविडेंड फंड और दुर्घटना क्षतिपूर्ति शामिल थी. शहीद दिवस समारोह में यूनियन के डिप्टी प्रेसीडेंट शैलेश कुमार सिंह, सीनियर वाइस प्रेसीडेंट शहनवाज आलम, संजय कुमार सिंह, असिस्टेंट सेक्रेटरी सरोज कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष हरिशंकर सिंह समेत काफी संख्या में कमेटी मेंबर्स और यूनियन कर्मी मौजूद थे.
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