
JAMSHEDPUR : कोल्हान विश्वविद्यालय छात्र संघ सचिव सुबोध महाकुड़ के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को चाईबासा स्थित परिसदन में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी से मुलाकात की. इस दौरान छात्रों ने पूर्व मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपाते हुए टाटा कॉलेज, चाईबासा को जनजातीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग रखी, ताकि आदिवासी बहुल क्षेत्र का विकास जल्द से जल्द हो सके. छात्र संघ ने कहा कि विश्वविद्यालय की सत्र काफी विलंब से चल रही है. अब विश्वविद्यालय केवल परीक्षा देकर डिग्री लेने की दुकान बनकर रह गयी है. विश्वविद्यालय में व्याख्याताओं की व्यवस्था करा कर शैक्षणिक व्यवस्था सुधारने की आवश्यकता है. उपरोक्त सभी बिंदुओं की ओर पूर्व मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए छात्र संघ ने विधानसभा में आवाज उठाने की मांग रखी. मौके पर पीजी विभाग छात्र संघ के संयुक्त सचिव राजेश पूर्ति, टाटा कॉलेज छात्र संघ के सचिव पिपुन बारिक, पूर्व अध्यक्ष अभिमन्यु राउत, रोहन दास आदि छात्र प्रतिनिधि उपस्थित थे.
केयू के सभी कॉलेजों में शिक्षकों की घोर कमी
छात्रों ने बताया कि कोल्हान विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित सभी कॉलेजों में शिक्षकों की घोर कमी है. जल्द से जल्द शिक्षकों की बहाली की जाये, ताकि यहां के विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक माहौल प्राप्त हो सके. इसके अलावा कोल्हन विश्वविद्यालय चाईबासा की शैक्षणिक सत्र में सुधार किया जाये. साथ ही विश्वविद्यालय के अंतर्गत जितने भी कॉलेज आते हैं, उनमें तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी की नियुक्ति में स्थानीयता को प्राथमिकता देते हुए बहाल किया जाये.


केयू के तीनों डिग्री कॉलेजों में क्षेत्रीय भाषा की हो पढ़ाई
कोल्हान विश्वविद्यालय के अंतर्गत नवनिर्मित 3 डिग्री कॉलेज (मझगांव डिग्री कॉलेज, जगन्नाथपुर डिग्री कॉलेज व मनोहरपुर डिग्री कॉलेज) बनायी गयी है. इन सभी कॉलेजों में क्षेत्रीय भाषा हो, संथाली, कुरमाली, ओड़िया आदि विषयों की पढ़ाई शुरू किया जाये. इसके अलावा टाटा कॉलेज की चाहारदीवारी का अविलंब निर्माण कराया जाये. चाहारदीवारी के लिए कई बार झारखंड सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह करने के बावजूद भी यह कार्य अभी तक नहीं हो पाया है. जिससे कॉलेज की पठन-पाठन व्यवस्था बाधित हो रही है.



