
Anand Rao
Jamshedpur : महाप्रभु जगन्नाथ रथ यात्रा एक जुलाई को निकलेगी. इसकी तैयारी को मुकम्मल रूप दिया जा रहा है. महाप्रभु जगन्नाथ भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ एक जुलाई को मौसीबाड़ी के लिए प्रस्थान करेंगे और 12 जुलाई को वापस मंदिर लौटेंगे. कोरोना महामारी के कारण दो वर्ष रथयात्रा पूरी सादगी से निकली, लेकिन इस वर्ष पूरे देश में इस यात्रा को भव्य रुप से मनाने की तैयारी की जा रही है. जगन्नाथ रथ यात्रा की बात हो और पुरी के जगन्नाथ मंदिर की चर्चा नहीं हो, यह संभव ही नहीं. इस वर्ष श्री जगन्नाथ मंदिर ट्रस्ट की ओर से रथ का निर्माण 14 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से किया जा रहा है. सैकड़ों कारीगर दिन- रात की कड़ी मेहनत से इसे आकार देने में जुटे हुए हैं.
रथ निर्माण में इस्तेमाल की जानेवाली लकड़ियां खास किस्म की होती है जिसे भारत के एक खास वन से ही मंगाया जाता है. पूरी विधि -विधान और पूजा के बाद मंदिर कमेटी के सदस्य एवं कुशल कारीगरों की देखरेख में इसकी कटाई की जाती है. पूरा रथ इसी लकड़ी से ही बनता है. तीनों रथों के भारी-भरकम पहिए में भी इसी लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है. 18 जून को मंदिर के सबसे ऊंचे गुंबद में लगे पुराने ध्वज को भी उतारकर नया लगाया गया है. वर्तमान में भगवान जगन्नाथ आराम कर रहे हैं जिनका पट्ट 29 जून को खुलेगा. बावजूद प्रत्येक दिन 40 हजार से ज्यादा भक्त मंदिर पहुंच रहे हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि 29 जून को पट खुलने पर एक लाख से ज्यादा भक्त भगवान का दर्शन करने पहुंचेंगे. वैसे दो वर्ष बाद होनेवाले रथ यात्रा के भव्य आयोजन में एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान कमेटी की ओर से लगाया गया है.


होटल-लॉज 12 जुलाई तक बुक, एक करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान




पुरी शहर के लगभग 6000 से ज्यादा छोटे- बड़े होटल और लॉज 12 जुलाई तक बुक हो चुके हैं. इसके अलावा सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस के 18 प्लाटून के अलावा हजार से ज्यादा अधिकारी मोर्चा संभालेंगे. बता दें कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पूरे देश के विभिन्न क्षेत्रों में उत्साह के साथ निकाली जाती है. ऐसा ही नजारा जमशेदपुर में भी देखने को मिलता है जहां पुरी रथ यात्रा के तर्ज पर भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की रथ यात्रा में हजारों लोग शामिल होते हैं. शहर के विभिन्न क्षेत्रों के अलावा बिष्टुपुर के कालीबाड़ी मंदिर कमेटी के अलावा इस्कॉन के द्वारा भी रथ यात्रा का आयोजन किया जाता है जिसमें शहरवासी काफी बढ़ -चढ़कर हिस्सा लेते हैं.
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