
New Delhi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच द्विपक्षीय संबंधों सहित विविध विषयों पर व्यापक वार्ता के बाद दोनों देशों ने मंगलवार को तीन समझौता पत्रों पर हस्ताक्षर किये जिसमें से एक समझौता ऊर्जा क्षेत्र से संबंधित है.
विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, दोनों देशों ने मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये. इसके अलावा चिकित्सा उत्पादों की सुरक्षा के विषय पर भी सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये गये. इसमें भारत की ओर से सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन और अमेरिका का फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन शीर्ष संस्था है.
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दोनों देशों ने शानदार समझौते किये: ट्रंप
भारत और अमेरिका के बीच एक सहयोग पत्र पर भी हस्ताक्षर किये गये जो इंडियन ऑयल कारपोरेशन एवं एक्जान मोबिल इंडिया एलएनजी लिमिटेड और चार्ट इंडस्ट्रीज आइएनसी के बीच हैं.
दोनों नेताओं के बीच बातचीत के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त संवाददाता संबोधन में जोर देकर कहा कि दोनों देशों ने अपने संबंधों को समग्र वैश्विक सामरिक गठजोड़ के स्तर पर ले जाने का निर्णय लिया है.
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी इस यात्रा को न भुले जाने वाला, असाधारण और सार्थक बताते हुए कहा कि अमेरिका-भारत की साझेदारी सही मायने में पहले से काफी मजबूत हुई है और दोनों देशों ने शानदार समझौते किये हैं.
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अमेरिका गैस के लिए भारत का एक बहुत महत्वपूर्ण स्त्रोत: मोदी
दूसरी ओर, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने मादक पदार्थ और इससे जुड़ी समस्याओं से लड़ाई को प्राथमिकता दी है. आज हमारे बीच मादक पदार्थो की तस्करी, मादक पदार्थ से जुड़े आतंकवाद और संगठित अपराध जैसी गंभीर समस्याओं के बारे में एक नये तंत्र पर भी सहमति बनी.
मोदी ने कहा कि तेल और गैस के लिए अमेरिका भारत का एक बहुत महत्वपूर्ण स्त्रोत बन गया है. उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका गठजोड़ उद्योग 4.0 और 21वीं शताब्दी की अन्य उभरती प्रौद्योगिकी पर भी नयी खोज और उद्यमिता के नये मुकाम स्थापित कर रहा है.