
Ranchi: विधायक बंधु तिर्की ने पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जिस कौशल विकास के नाम पर राज्य सरकार ने वाहवाही लूटी, वो एक ठगी है जिसकी जांच होनी चाहिए.
इस संबध में तिर्की की ओर से सीएस को पत्र लिखा गया है जिसमें योजना के तहत पांच अलग-अलग राज्यों में फंसे ऐसे युवाओं और उनके साथियों का जिक्र है जिन्हें हो रही परेशानी और वापस लाने की व्यवस्था पर जोर दिया गया है.
बंधु तिर्की ने पत्र में कहा है कि लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक परेशानी कौशल विकास मिशन के तहत बाहर गये राज्य के युवक-युवतियों को ही है.


राज्य के युवाओं को रघुवर सरकार ने बंधुआ मजदूर बनाया है जिनकी संख्या 30 से 35 हजार होगी.




झूठे आंकड़ों के सहारे लिम्का बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया. लेकिन सरकार की ओर से बाद में उन लोगों की सुध कभी नहीं ली गयी.
तिर्की ने कहा कि नौकरी की नाम पर ठगी का यह वर्ल्ड रिकॉर्ड है जिसकी जांच होनी चाहिए.
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पांच से सात हजार मानदेय पर ठगे गये युवा
कौशल विकास प्लेसमेंट के तहत युवाओं को मात्र पांच से सात हजार के मानेदय पर ठगा गया. अल्प मानदेय में इन लोगों को तमिलनाडु, राजस्थान, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, ओडिशा आदि राज्यों में भेजा गया.
कोरोना वायरस से सबसे अधिक परेशान यही युवक-युवती हैं. बेरोजगार युवक-युवतियों को प्लेसमेंट के नाम पर 5000 के वेतनमान पर बंधुआ मजदूर बना दिया गया.
आज इस लॉकडाउन में उन लोगों की हालत सबसे गंभीर और चिंताजनक बनी हुई है. लॉक डाउन के कारण उन लोगों के पास खाने-पीने की आवश्यक वस्तुओं का अभाव हो गया है.
कंपनी वाले वापस घर आने से रोक रहे हैं. उनसे जबरन काम कराया जा रहा है. उनमें से कई लोगों का स्वास्थ्य खराब हो गया है.
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