
Ranchi: झारखंड में PNG सुविधाओं को बढ़ाने में केंद्र सरकार लगातार पहल कर रही है. केंद्र ने फैसला लिया है कि अगले 8 सालों में वह सीजीडी (CGD, नगर गैस वितरण) के जरिए और भी घरों तक पहुंचेगी. घरेलू पाइप गैस कनेक्शनों की संख्या 91000 है. इसे 21 लाख तक पहुंचाया जाना है. झारखंड में 11 हजार किमी गैस पाइपलाइन का नेटवर्क भी तैयार करने का लक्ष्य तय किया जा चुका है. 377 सीएनजी स्टेशन भी तैयार किया जायेगा. इस दिशा में अब तक केंद्र (पेट्रोलियम और गैस मंत्रालय) की ओर से 11/11Ath बोली की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है.
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किन किन जिलों में क्या है स्थिति


सांसद सुनील कुमार सिंह ने लोकसभा के जारी मॉनसून सत्र में झारखंड में सीएनजी सेवाओं के संबंध में जानकारी मांगी थी. चतरा जिले में दो सीएनजी (CNG) स्टेशन शुरू होने और 267 घरों को पीएनजी (PNG-Piped Natural Gas) से जोड़े जाने के बावजूद अब तक पाईपलाइन नहीं बिछाये जाने का मसला भी रखा था. इस पर केंद्र की ओर से बताया गया है कि राज्य में फिलहाल 91000 घरेलू गैस कनेक्शन उपलब्ध कराये जा चुके हैं. वर्तमान में 50 सीएनजी स्टेशन सुविधा उपलब्ध है. राजधानी रांची सहित बोकारो, हजारीबाग, रामगढ़, गिरिडीह, धनबाद, चतरा, पलामू, सरायकेला खरसावां, पूर्वी सिंहभूम तथा पश्चिमी सिंहभूम में ये सीएनजी स्टेशन सेवा दे रहे हैं. 50 CNG स्टेशन से इसे 377 किये जाने की दिशा में पहल आरंभ हो चुकी है.




एक राष्ट्र एक गैस ग्रिड की तैयारी
केंद्र के मुताबिक देश में एक राष्ट्र एक गैस ग्रिड को कार्यान्वित किये जाने की तैयारी है. इसके लिये पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड तैयारी कर रहा है. पूरे देश में बोर्ड की ओर से 33500 किमी प्राकृतिक गैस पाइपलाइन नेटवर्क के विकास को प्राधिकृत किया गया है. इसमें से अभी 21,715 किमी प्राकृतिक गैस पाइपलाइनों का प्रचालन किया जा रहा है. इनमें से भी 7000 किमी से अधिक को 2014 के बाद से बिछाया गया है. कुल 13605 किमी लंबी पाइपलाइन बिछाये जाने का काम विभिन्न चरणों में है.
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