
Patna : बिहार के मुख्यमंत्री सहयोगी भाजपा से आहत नजर आ रहे हैं. शनिवार को इशारे में ही सही भाजपा को कोसा भी. जदयू की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के बड़े नेताओं ने समक्ष उन्होंनों कहा कि विधानसभा चुनाव के वक्त उन्हें यह नहीं पता चल पाया कि कौन उनका दोस्त है और कौन दुश्मन?
नीतीश कुमार के इस बयान से जाहिर हो रहा है कि उनका इशारा सहयोगी दल भाजपा के लिए था. इस बैठक में विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने वाले कई जदयू नेताओं ने साफ कहा कि उनकी हार के लिए लोक जनशक्ति पार्टी नहीं बल्कि भाजपा जिम्मेदार है. जनता दल यूनाइटेड की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के कई बड़े नेताओं ने एक साथ जदयू की हार के लिए सहयोगी दल भाजपा को जिम्मेदार करार दिया. इतना ही नहीं इन नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा ने जदयू की पीठ में छुरा भोंका है.
इसे भी पढ़ेंःSunday Special : यहां दहेज में बहू लेकर आती है 21 जहरीले सांप, पूरी कहानी पढ़ कर आप भी चौंक जाएंगे
जदयू राज्य कार्यकारिणी की ये बैठक शनिवार को हुई. नीतीश व पार्टी अध्यक्ष आरसीपी सिंह की उपिस्थिति में इस तरह के आरोप पार्टी नेताओं ने लगाए. बैठक शुरू होने के साथ ही खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनाव परिणाम पर नेताओं की राय जाननी चाही. इसके बाद पार्टी के आधे दर्जन से ज्यादा नेताओं ने हार का ठीकरा भाजपा पर फोड़ दिया. राजद छोड़कर जदयू के टिकट पर चुनाव लड़े लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय ने तो साफ कह दिया कि उनकी हार भाजपा की धोखेबाजी की वजह से हुई.
जदयू नेता बोगो सिंह, जय कुमार सिंह, ललन पासवान, अरुण मांझी और आसमा परवीन ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा ही खोल दिया. बैठक में पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह और ललन पासवान ने कहा कि चुनाव में लोजपा की कोई हैसियत नहीं थी. सारा खेल भाजपा ने किया.
इसे भी पढ़ेंःSunday Special: इस कंपनी में एक बार से अधिक टॉयलेट जाने पर कर्मचारियों को भरना पड़ता है जुर्माना, जानें क्यों ?