
Islamabad : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि उनकी सरकार देश में किसी भी आतंकी संगठन को चलने नहीं देगी, जो देश से बाहर हमलों में शामिल हो. सिंध के थारपारकर जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए इमरान खान ने यह बात शुक्रवार को कही. उनका बयान दर्शा रहा है कि पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद दुनिया भर का दबाव झेल रहा पाकिस्तान अब कुछ ऐक्शन लेता दिख रहा है. इस क्रम में अगस्त, 2018 में पीएम पद पर काबिज होने वाले इमरान खान ने पूर्व की सरकारों पर आतंकवाद और अतिवादी संगठनों को बढ़ावा देने के आरोप लगाते हुएकहा कि पहले की किसी भी सरकार ने ऐसे संगठनों और लोगों पर कोई ऐक्शन नहीं लिया.
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हम नैशनल ऐक्शन प्लान पर गंभीरता से काम कर रहे हैं


जानकारों का कहना है कि इमरान खान का यह कहना ही अपने आप में इस बात का कबूलनामा है कि पाकिस्तान में आतंकी संगठन सक्रिय रहे हैं. हालांकि इमरान ने कहा कि तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की सरकार बनने के बाद से हम नैशनल ऐक्शन प्लान पर गंभीरता से काम कर रहे हैं. इसके तहत आतंकवाद और अतिवाद से निपटने का काम किया जा रहा है . बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद की संलिप्तता सामने आने के बाद से पाकिस्तान पर उसके खिलाफ ऐक्शन का दबाव बन रहा है. जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान में सक्रिय रहा है. जैश का सरगना मसूद अजहर भारत की संसद और पठानकोट जैसे हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता है.




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