
Dumka: जिला प्रशासन की सख्ती के बाद भी शिकारीपाड़ा थाना में अवैध पत्थर का कारोबार जारी है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के सालबोना, मकड़ापहाड़ी, झलाडीह,पोखरिया, शहरपुर, पहाड़पुर, पोड़ाबाषुडिया, चित्रागढ़िया, कौवामहल समेत कई गांवों में सैकड़ों की संख्या में अवैध पत्थर खदान संचालित हो रहे हैं. इन खदानों में अवैध पत्थर का खनन किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें- रांची: पुलिसकर्मियों के Corona पॉजिटिव मिलने के बाद थानों में एंट्री पूरी तरह से बंद
इन राज्यों में भेजा जाता अवैध पत्थर
जानकारी के अनुसार अवैध पत्थरों को बिना किसी चालान के झारखंड के विभिन्न शहरों के साथ-साथ बिहार और पश्चिम बंगाल भी भेजा जा रहा है. इससे एक ओर जहां पत्थर माफिया मालामाल हो रहे हैं वहीं दूसरी ओर सरकारी राजस्व को भारी क्षति हो रही है. बड़े पैमाने पर अवैध पत्थर खदानों के चलने के कारण वैध पत्थर खदानों का कारोबार प्रभावित हो रहा है.
वैध पत्थर खदान संचालकों पर सीटीओ में उल्लेखित मात्रा के अनुरूप निर्धारित सालाना रॉयल्टी जमा करने का दबाव होता है. दूसरी ओर अवैध पत्थर खदान संचालक को न कोई रॉयल्टी जमा करना होता है न ही उन पर कोई पाबंदी होती है. नियम कानून ताक पर रख कर पत्थर खनन का काम किया जा रहा है. नियमों की अनदेखी के कारण ही अधिकतर अवैध पत्थर खदानों में हादसे होते हैं.
इसे भी पढ़ें- झारखंड की 10वीं बोर्ड का रिजल्ट जारी,148000 छात्र फर्स्ट और 124928 आये सेकेंड
कारवाई के बाद भी नहीं रुक रहा अवैध पत्थर का कारोबार
पूर्व में कुछ अवैध पत्थर संचालकों के ऊपर मामला दर्ज किया गया था. लेकिन वह सिर्फ दिखावा साबित हुआ. जिनके खिलाफ मामले दर्ज मामले हैं वो अभी भी अवैध पत्थर खदानों से उत्खनन का काम लगातार जारी रखे हुए हैं. अवैध खदान संचालक प्रशासन के द्वारा चिन्हित अवैध पत्थर खदानों से आज भी पत्थर निकालने का काम कर ही रहे हैं.
इसे भी पढ़ें- कानपुर शूटआउटः विकास दुबे का पता बताने वाले को मिलेंगे अब 5 लाख, बॉडीगार्ड ढेर, एक साथी गिरफ्तार
अवैध खदान नहीं बंद करवा पा रही जिला प्रशासन
जिला खनन टास्क फोर्स और खनन विभाग के अधिकारी शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के अलग- अलग इलाकों में चलने वाले अवैध पत्थर खदानों को बंद नहीं करा पा रहे हैं. कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति होती है. बताया जा रहा है कि जिस दिन अधिकारी अवैध खदानों की जांच करने पहुंचते हैं उस दिन उन्हें खदानें बंद मिलती हैं. दूसरे दिन से खदानें फिर से चालू हो जाती हैं.
I used to be able to find good info from your blog posts.
I am regular visitor, how are you everybody? This article posted at this web site is in fact pleasant.
Like!! Thank you for publishing this awesome article.