
Khunti : 2014 में शुरू किये गये कल्याण गुरुकुल से 40 छात्रों को प्रशिक्षण के बाद सुरोज बिल्डकॉन में नौकरी लगी है. इसमें आईआईएफएल वेल्थ ने भी विशेष भूमिका निभाई है. कल्याण गुरुकुल खूंटी में एक विशेष समारोह में सभी 40 छात्रों के बीच नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आईआईएफएल वेल्थ के मुख्य कार्यपालक अधिकारी यतिन साहा ने छात्रों से बात करते हुए उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी. कल्याण गुरुकुल के छात्रों ने कार्यक्रम में विशेष रुचि दिखाते हुए श्री साहा से स्वास्थ्य और धन संचय से जुड़े कई सवाल पूछे.

गुरुकुल के युवाओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड सरकार एवं आईआईएफ़एल वेल्थ को धन्यवाद देते हुए कल्याण गुरुकुल के प्रति आभार प्रकट की. बता दें कि वर्ष 2014 में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन थे.
और सहदेव का जीवन ही बदल गया…
गुमला के रहने वाले सहदेव मांझी को सरकार के रोज़गार केंद्र से कल्याण गुरुकुल के संबंध में जानकारी मिली. प्रशिक्षण के बाद सहदेव का जीवन ही बदल गया. सहदेव बताते है कि, उनके पिता मज़दूरी करते हैं और उन्हें भी मजबूरी की वजह से मज़दूरी करनी पड़ती है, लेकिन आज वह अच्छी आय पर काम करने जा रहे हैं और परिवार को खुश रखेंगे. मुख्यमंत्री श्री सोरेन कि सरकार झारखंड के युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. राज्य में हुनरमंद मानव संसाधन तैयार करने के लिए आवश्यक उपाय किये जा रहे हैं.
238 छात्रों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया
प्रज्ञा फाउंडेशन द्वारा संचालित कल्याण गुरुकुल खूंटी और जमशेदपुर के 238 छात्रों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया. इनमें अनुसूचित जनजाति के 174 अनुसूचित जाति के 7, ओबीसी के 51 और अल्पसंख्यक वर्ग के 6 छात्र शामिल हैं. इन सभी छात्रों का प्लेसमेंट शापूरजी पालन जी, आटोमोटिव एक्सल और विलास जावेडकर जैसी नामी कंपनियों में हुआ है. इन सभी छात्रों ने कल्याण गुरुकुल में निर्माण और इलेक्ट्रीशियन ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त किया है.
अब तक 15,000 से ज्यादा युवाओं को देश-विदेश में रोजगार से जोड़ा गया है
गौरतलब है कि कल्याण गुरुकुल में छात्रों को फिटर, वेल्डर, कारपेंटर, प्लंबर और अपैरल जैसे ट्रेड में प्रशिक्षण देने के साथ प्लेसमेंट की भी व्यवस्था की जाती है. फिलहाल, प्रज्ञा फाउंडेशन की ओर से राज्य में 9 कौशल विकास कॉलेज और 28 कल्याण गुरुकुल ट्रेनिंग सेंटर चलाए जा रहा है. यहां से अब तक 15,000 से ज्यादा युवाओं को देश-विदेश में रोजगार से जोड़ा गया है.