
Ravi Bharti
Ranchi: झारखंड कैडर के आईएएस अफसरों को झारखंड रास नहीं आ रहा है. वे झारखंड से किनारा कर रहे हैं. पिछले दो साल में 9 अफसरों ने झारखंड छोड़ दिया है. दो अफसर निधि खरे और एसकेजी रहाटे इसी माह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले जाएंगे.
इसे भी पढ़ें- घुटन में माइनॉरटी IAS ! सरकार पर आरोप- धर्म देखकर साइड किए जाते हैं अधिकारी

इसके अलावा प्रधान सचिव और सचिव रैंक के और चार आईएएस अफसरों ने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने का मन बना लिया है. संभावना जतायी जा रही है कि वे इस माह के अंत तक आवेदन सरकार को देंगे. ये अफसर वन, जल, पथ, शिक्षा, पेयजल विभाग में सेवा दे चुके हैं.


बुलाने पर भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस नहीं आ रहे
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात झारखंड कैडर के आईएएस अफसर बुलाने पर भी नहीं आ रहे हैं. डॉ स्मिता चुग को कई बार रिमांइडर भेजा गया, लेकिन उन्होंने झारखंड में योगदान नहीं दिया. जबकि उनकी पांच साल की प्रतिनियुक्ति की सीमा समाप्त हो चुकी है. इसी तरह राजीव कुमार और बीके त्रिपाठी भी झारखंड कैडर में आने को तैयार नहीं हैं.
इसे भी पढ़ें- सरकार ही नहीं देती बिजली बिल, अब तक फूंक दी 200 करोड़ की बिजली और नहीं चुकाया बिल
तीन साल की लंबी छुट्टी पर दो अफसर
रांची नगर निगम के पूर्व नगर आयुक्त प्रशांत कुमार को वित्त विभाग का विशेष सचिव बनाया गया था. इसके बाद वे तीन साल की लंबी छुट्टी पर चले गये. शैलेश कुमार सिंह भी लंबी छुट्टी पर हैं. दो अफसर राज्य प्रतिनियुक्ति पर चले गये हैं. के श्रीनिवासन तीन साल के लिए तमिलनाडु की प्रतिनियुक्ति पर हैं, वहीं चंद्रशेखर बिहार में प्रतिनियुक्त हैं.
ये हैं केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में
एनएन सिन्हा, राजीव गौबा, बीके त्रिपाठी, यूपी सिंह, राजीव कुमार, अमित खरे, एमएस भाटिया, अलका तिवारी, एसएस मीणा.
इसे भी पढ़ेंःबेरोजगारों से ठगी में बोकारो ITI प्रिंसिपल को शो-कॉज, लेकिन डीसी क्यों नहीं कर रहे कार्रवाई ?
ये जाएंगे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर
निधि खरे और एसकेजी रहाटे
ये हैं लंबी छुटटी पर
प्रशांत कुमार, शैलेश कुमार सिंह
ये हैं राज्य प्रतिनियुक्ति पर
के श्रीनिवासन और चंद्रशेखर