
Ranjit Kumar Singh
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Dhanbad: झरिया के बनियाहीर में वर्ष 2009 में स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए भवन का निर्माण किया गया था. तीन करोड़ 53 लाख 59 हजार रुपये से इस भवन का निर्माण किया गया था.
अस्पताल निर्माण होने से स्थानीय लोगों में खुशी थी. उन्हें लगा था कि अब छोटी-छोटी बीमारियों के लिए धनबाद या अन्य जगह नहीं जाना पड़ेगा. लेकिन कुछ दिनों बाद ही उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया. 2009 में बने भवन में अब तक अस्पताल चालू नहीं हो पाया. देखरेख के अभाव में भवन अब जर्जर होने लगा है. वहीं इस भवन का इस्तेमाल अब शौचालय के रूप में लोग करने लगे हैं.
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असामाजिक तत्वों का बना अड्डा
इस संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि भवन बनने के बाद जिला प्रशासन ने इसमें अस्पताल चालू करने की प्रक्रिया ही शुरू नहीं की. अब स्थिति यह बन गयी है कि अस्पताल असामाजिक तत्वों का अड्डा बनकर रह गया है.

अस्पताल की खिड़की, दरवाजे और टाइल्स की चोरी कर ली गयी है. इतना ही नहीं, अब स्थानीय लोगों ने इस अस्पताल को शौचालय बना दिया है. आसपास के लोग अब इसका इस्तेमाल शौच के लिए करते हैं. अब अगर इस अस्पताल को चालू करने की प्रक्रिया शुरू भी की जाती है तो इसके लिए फिर से करोड़ों रुपये खर्च करने होंगे.
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विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह से लोगों में उम्मीद
13 मार्च को झरिया विधानसभा की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने झारखंड विधानसभा में झरिया के बनियाहीर में बने करोड़ो की लागत से स्वास्थ्य केंद्र को चालू करने का प्रस्ताव रखा था.

उन्होंने कहा था कि इस अस्पताल के चालू होने से यहां के लोगों को काफी लाभ मिलेगा. विधायक की इस पहल के बाद स्थानीय लोगों की उम्मीद फिर एक बार जगी है. उनका कहना है कि अब देखिए झरिया विधायक की कोशिश रंग लाती है या फिर यह अस्पताल सिर्फ शौचालय बनकर ही रह जायेगा.
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