
Dumka: जिले के रानेश्वर प्रखंड के मोहुलबना पंचायत के आदिवासी बहुल्य गांव कैराबानी में पीने का पानी की समस्या से लोग परेशान हैं. करीब 60 घर वाले इस गांव में मंझी टोला और चितान टोला हैं. गांव में एक आंगनबाड़ी और प्राथमिक विधालय भी है. ग्रामीण रूपलाल हेम्ब्रोम ने बताया कि 6 वर्ष पूर्व इस गांव के दोनों टोला में एक एक चापाकल लगाया गया था. लेकिन चापाकल से पर्याप्त पानी नही मिल पाता है. ग्रामीणों के अनुसार चापाकल से दस–पंद्रह बाल्टी पानी निकालने के बाद पानी ख़त्म हो जाता है. फिर घंटे भर इंतजार करने पर थोड़ा पानी निकलता है. यह सिलसिला वर्षो से चला आ रहा है. गांव के आंगनबाड़ी और प्राथमिक विद्यालय में भी कोई चापाकल नहीं है. इस वजह से बच्चों को पीने का पानी नहीं मिल पाता है. एक ही परिसर में स्थित आंगनबाड़ी और प्राथमिक विधालय में चापाकल लगाने के लिय प्रखंड विकास पदाधिकारी को ग्रामीणों ने लिखित आवेदन दिया था, लेकिन अबतक कोई कार्रवाई नही की गयी है. पानी की समस्या दूर करने के लिये ग्रामीणों को करीब तीन किलोमीटर दूर स्थिक तालडीह गांव पानी के लिये जाना पड़ता है. जरुरत पड़ने पर आधा किलोमीटर दूर गांव के खेत में चुआं और कैराबानी डैम का पानी भी ग्रामीण लाते है.
आगामी चुनाव में वोट बहिष्कार करेंगे ग्रामीण


ग्रामीण प्रकाश मुर्मू, ने बताया कि कई बार मेहमान और सरकारी कर्मी गांव आते हैं, तो उन्हें पीने का पानी नहीं दे पाते हैं. शादी विवाह जैसे कार्यक्रम में पीने का पानी की समस्या होती है. पानी का समस्या के समाधान के लिये पुराने मुखिया और विधायक के लोगों से शिकायत की गयी थी, लेकिन कोई लाभ नही मिला. इससे ग्रामीण काफी नाराज और आक्रोशित है. रूपलाल हेम्ब्रोम, प्रकाश मुर्मू, मिसिल सोरेन, गोपाल टुडू, हरिदास सोरेन, एलबिना हांसदा, सनोदी मरांडी,फुलमुनी सोरेन,सुनीता टुडू,संजय किस्कू,चंपामुनि हेम्ब्रोम,इसर मुर्मू,सनोदी मरांडी, लीलबिटी मरांडी सहित कई ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि समस्या का समाधान नहीं होता है तो आगामी चुनाव में वोट का बहिष्कार किया जायेगा. ग्रामीणों का मांग है कि दोनों टोला और आंगनबाड़ी और प्राथमिक विधालय में सोलर युक्त एक-एक डीप बोरिंग की व्यवस्था की जाए.




इसे भी पढ़ें : मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने समय पर मनरेगा मजदूरी भुगतान करने का दिया निर्देश