
Jamshedpur : हाथ में बंदूक और बुलेट की सवारी. सोशल मीडिया में उसकी तसवीरें तब चर्चा में आयीं, जब पुलिस ने 2018 में उसे अपने ही पति की हत्या के इलजाम में जेल भेजा था. प्रेमी की मदद से पति का खून कर उसकी लाश को फ्रिज में बंद कर दिया था उसने, फिर उस लाश को एक सुनसान वीरान जंगली इलाके में फेंक आयी थी. लेकिन कहते हैं ना कि खून के धब्बे कातिल के दामन पर दिख ही जाते हैं. वह भी गिरफ्तार कर ली गयी. तभी शहर के काशीडीह की रहनेवाली श्वेता दास की बुलेट वाली तसवीरें खूब चर्चा में आयीं और उसका नाम पड़ गया बुलेट रानी. श्वेता को जाननेवालों की मानें तो 15 जनवरी 1991 को उसका जन्म हुआ था. घरवाले उसे प्यार से मुनु कहकर पुकारते थे. श्वेता दास ने अपनी स्कूली पढ़ाई साकची स्थित गुरुनानक हाई स्कूल से की थी. उसके बाद वह जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की छात्रा रही. उसके नजदीकी लोगों की मानें तो उस दौरान से ही दबंगई करना उसकी आदत में शुमार था.
जानिए क्यों चर्चा में है बुलेट रानी
11 जुलाई 2015 को उसकी शादी तपन दास से हुई थी. तब तक सब कुछ ठीक ही चल रहा था. अचानक 12 जनवरी 2018 को श्वेता के पति तपन दास की हत्या हो गयी. घटना के दो दिन बाद उसका शव एमजीएम थाना क्षेत्र के बड़ाबांकी गांव में झाड़ियों से पाया गया. पुलिस ने घटना के बाद शव को ठिकाने लगाने में प्रयुक्त टेंपो तो बरामद कर लिया था, लेकिन तपन हत्याकांड को लेकर तब तक कोई सुराग पुलिस को नहीं मिला था. तब तक श्वेता दास के बयान पर ही थाना में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया गया था. मामले की जांच में जुटी पुलिस ने उसके बाद ही तपन की हत्या के मामले में उसकी पत्नी श्वेता दास की संलिप्तता पायी. पुलिस जांच में साफ हो गया कि श्वेता ने अपने प्रेमी सुमित के साथ मिलकर पति तपन दास की हत्या कर दी थी. उसके दूसरे दिन टेंपो से शव को एमजीएम के बड़ाबांकी गांव में झाड़ियों में ले जाकर शव को ठिकाने लगा दिया गया था. इसमें दोनों ने दोस्त सोनू लाल ने सहयोग किया था. इस मामले में कोर्ट ने गुरुवार को ही तीनों आरोपियों को दोषी करार दिया है. उसके बाद एकबार फिर बुलेट रानी चर्चा में आ गई है.
जेल में चटनी डॉन से खूब छनती थी, दोनों ने मिलकर किया था हंगामा
बात करीब साल-डेढ़ साल पहले की है. बुलेट रानी सोनारी की प्रिया सिंह उर्फ चटनी डॉन के साथ घाटशिला जेल में बंद थी. वहां दोनों के बीच गाढ़ी छनती थी. उन दोनों ने जेलर पर घूस लेकर भी घाघीडीह जेल नहीं शिफ्ट करने का आरोप लगाते हुए जेल में जमकर हंगामा मचाया था. हंगामा भी इस तरह जोरदार था कि एक ने कांच से खुद की गर्दन काट ली थी, तो दूसरे ने कांच के टुकड़े खा लिये थे. जब दोनों को इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल लाया गया, तो वहां भी दोनों ने जमकर हंगामा मचाया था. इस घटना के बाद चटनी डॉन के साथ बुलेट रानी जमकर चर्चा में आयी थी. बता दें कि प्रिया सिंह उर्फ चटनी डॉन पर भी कई आपराधिक मामले हैं, जिसे लेकर वह जेल जा चुकी है. फिलहाल पति की हत्या के मामले में दोषी करार दिये जाने के बाद बुलेट रानी के कारनामों की चर्चा शहर भर में एक बार फिर तेज हो गयी है.
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