
Ranchi: गुमला-पलमा फोरलेन परियोजना को लेकर लगातार तैयारी चल रही है. जमीन अधिग्रहण का काम शुरू है. जिला प्रशासन ने अब तक 25 एकड़ जमीन रैयतों से ले लिया है. रैयतों के बीच मुआवजे के तौर पर लगभग 32 करोड़ रुपए बांटे जा चुके हैं. एनएच-23 पर पलमा से गुमला के बीच 63.170 किलोमीटर फोरलेन हाइवे बनने हैं. बताया जाता है कि इस परियोजना को लेकर जिला प्रशासन लगातार कैंप लगाकर दस्तावेजों की जांच कर मुआवजा बांट रहा है.
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एनएच-23 का उपयोग झारखंड से ओडिशा, छतीसगढ़, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र को जाने वाले वाहन करते हैं. इस हाइवे पर माल वाहनों का काफी दबाव रहता है. इस कारण जाम लगता रहता है. दूसरी ओर दुर्घटनायें भी होती रहती हैं. इस सड़क के फोर लेन होने से राजधानी रांची की कनेक्टिविटी लोहरदगा, नेतरहाट, लातेहार, कोलेबिरा के अलावा राउरकेला के बीच आवागमन आसान होगा. रांची से गुमला की दूरी ढाई की बजाए डेढ़ घंटे से भी कम समय में पूरी हो सकेगी.




मुआवजे से संबंधित जिला प्रशासन ने भेजा प्रस्ताव
मुआवजे की राशि NHAI के द्वारा उपलब्ध कराया जाना है. बढ़े हुए मुआवजे से संबंधित प्रस्ताव जिला प्रशासन ने भेज दिया है पर अभी तक राशि उपलब्ध नहीं हो पायी है.
650 करोड़ रुपये का आंका गया खर्च
रांची में बेड़ो के पास पलमा से गुमला तक इस सड़क को फोरलेन चौड़ा करने में करीब 650 करोड़ रुपये का खर्च आंका गया है. सुगम और तीव्र यातायात के लिए इस नए हाइवे पर पुल और छोटे-छोटे पुल भी बनेंगे. हाइवे के इस हिस्से की चौड़ीकरण की मांग लंबे समय से स्थानीय लोग करते आ रहे हैं. लोगों की इस मांग पर इसी साल जनवरी में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने फोरलेन की इस सड़क को मंजूरी दे दी है.