
Ranchi: राज्य सरकार की तरफ से कोडरमा के माइका माइंस में काम कर रहे बच्चों को शिक्षित करने का निर्णय लिया गया है. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की तरफ से कोडरमा समेत तीन जगहों पर खदानों में काम करनेवाले बच्चों के लिए विशेष पुनर्वास स्कूल खोलने की पहल की गयी है. राज्य सरकार की तरफ से कोडरमा व दो अन्य जगहों पर यह स्कूल शुरू किया जा रहा है.
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मुख्यमंत्री रघुवर दास 28 अक्तूबर को इस स्कूल के लिए कोडरमा में मॉडल रूल लागू करने की व्यवस्था का उद्घाटन करेंगे. एनसीपीसीआर की ओर से राज्य के कोडरमा, पलामू और चाईबासा के खदानों में काम करनेवाले बच्चों के लिए विशेष स्कूल खोलने की पहल की गयी थी. इसको लेकर यहां पर सर्वेक्षण भी किया गया था. सर्वेक्षण के आधार पर ही स्कूल खोलने और बच्चों को शिक्षा के अधिकार कानून के अंतर्गत मूलभूत शिक्षा देने का निर्णय लिया गया था.


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कार्यक्रम में नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, एनसीपीसीआर के नये अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे. यह खदानों में काम करनेवाले बच्चों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने के लिए विशेष अवसर भी होगा. सरकार की तरफ से ऐसे बच्चों के शिक्षा की सभी आवश्यकताएं वहन की जायेंगी.