
Naval Kishore Singh
Ranchi : झारखंड सरकार राज्य में औद्योगिक विकास के प्रति गंभीर है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उद्योगों के विकास के लिए निवेशकों को प्रोत्साहित करने और उन्हें हर संभव सहयोग देने के प्रति आश्वस्त किया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार इसके तहत इस्पात उत्पादन से जुड़ी दो कंपनियों (इलेक्ट्रो स्टील वेदांता और अमलगम स्टील) के साथ जल्द ही राज्य सरकार द्वारा एमओयू किया जायेगा. इलेक्ट्रो स्टील वेदांता ने चंदनक्यारी स्थित अपने इस्पात संयंत्र की क्षमता बढ़ाने का प्रस्ताव राज्य सरकार को दिया है.
इस प्रस्ताव में कंपनी की ओर से लगभग पांच हजार करोड़ रुपये निवेश करने का प्रस्ताव शामिल है. इलेक्ट्रो स्टील वेदांता ने चंदनक्यारी स्थित स्टील प्लांट की क्षमता को 1.5 मिलियन टन से बढ़ा कर 3 मिलियन टन करने का प्रस्ताव राज्य सरकार के समक्ष रखा है. इस संबंध में राज्य के उद्योग विभाग को कंपनी की ओर से प्रस्ताव सौंप दिया गया है.
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वहीं, स्टील निर्माण और उत्पादन के क्षेत्र में जुड़ी कंपनी अमलगम स्टील ने भी राज्य सरकार के समक्ष 1200 सौ करोड़ की लागत से नोआमुंडी में आयरन ओर (लौह अयस्क) बेनेफिशरी प्लांट लगाने का प्रस्ताव दिया है. इस प्लांट में आयरन ओर की शुद्धता की जायेगी और पिलेट का निर्माण किया जायेगा.
हालांकि अमलगम स्टील के प्रस्ताव पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है. कंपनी का प्रस्ताव राज्य सरकार के पास विचाराधीन है. जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार सूबे के औद्योगिक विकास के लिए इस्पात निर्माण क्षेत्र में लगी कंपनियों से राज्य में प्लांट लगाने में हर संभव सहयोग करेगी.
इसके पीछे राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य औद्योगिक विकास के साथ-साथ रोजगार सृजन की संभावनाओं को भी बढ़ाना है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जल्द ही उक्त दोनों कंपनियों के साथ राज्य सरकार एमओयू करेगी.
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