
Godda: बकाया वेतन भुगतान को लेकर जिला नगरपालिका के मजदूरों ने शहर में नगर परिषद के अधिकारियों की शव यात्रा निकाली. इस शव यात्रा में सैकड़ों की संख्या में कर्मी शामिल हुए. सफाइ कर्मियों के हड़ताल पर जाने से शहर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है.
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मजदूरों का कहना है कि नगर परिषद के अधीन कार्य करने वाले लगभग 174 मजदूरों का पैसा बाकी है. बकाया भुगतान को लेकर पूर्व में वार्ता हुई थी. जिसमें मजदूर यूनियन को परिषद द्वारा समय पर भुगतान करने की बात कही गई थी. लेकिन समय बीत जाने के बावजूद मजदूरों के खातों में पैसे नहीं गए. विवश होकर मजदूरों ने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया. यूनियन के नेताओं का कहना है कि हड़ताल पर जाने के बाद नगर परिषद के अधिकारी व नगर अध्यक्ष ने कुछ मजदूरों के घर पर जाकर देख लेने की धमकी दी, साथ ही कुछ मजदूरों के खिलाफ नगर थाने में मामला भी दर्ज करा दिया.
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इसी से आक्रोशित मजदूरों ने अपने संगठन के साथ स्थानीय अशोक स्तंभ पर नगर अध्य्क्ष व नगरपालिका अधिकारी के सांकेतिक शव को रखा गया. इसके बाद विधि विधान से शव यात्रा निकाली गई. मजदूर यूनियन का कहना है कि मजदूरों के लिए नगरपालिका के पास पैसा नहीं है लेकिन सफाई के नाम पर करोड़ों रुपये की लूट मची हुई है.
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