
Giridih: ग्रामीणों ने समाहरणालय जाकर जमकर हंगामा किया. ग्रामीणों का आरोप है कि गिरिडीह रिकार्ड रुम में रजिस्ट्रर-2 की नकल निकालने में हर रोज आवेदकों से मोटी रकम ली जा रही है. लेकिन इस रकम का कोई रसीद नहीं दिया जा रहा है. जानकारी के अनुसार जिले के कुछ प्रखंडो से आवेदक अपने प्लॉट की रजिस्ट्रर-2 की कॉपी निकालने पहुंचे थे. लेकिन अवैध रकम चुकता किये बगैर कार्यालय के कर्मियों ने नकल की कॉपी देने से इंकार कर दिया. इसके साथ ही कार्यालय का दरवाजा भी बंद कर दिया. दरवाजा बंद करने से नाराज लोगों ने कार्यालय में जमकर हंगामा किया.
पांच माह से कार्यालय का लगा रहे हैं चक्कर
नकल निकालने पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि रिकार्ड रुम में बगैर घूस लिये काम नहीं किया जाता है. उन्होंने बताया कि पंजी-2 का नकल निकालने के लिए हर प्रखंड का रेट फिक्स होता है. पैसे तो लिये जाते हैं लेकिन इसकी रसीद भी नहीं दी जाती. इसके साथ ही पैसे देने के बाद भी टाल-मटोल कर दौड़ाया जाता है. उन्होंने बताया कि रिकार्ड रुम के यह हालत करीब एक साल से है. एक ग्रमीण ने बताया कि उन्हें रिकार्ड रुम में अपने प्लॉट के पंजी-2 की नकल निकालने के लिए आवेदन दिए पांच महीनें से अधिक का वक्त गुजर चुका है. इसके बाद भी वे कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं.
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ग्रामीणों को समझाकर किया शांत
कार्यालय में हंगामा होते देख दडांधिकारी ज्योति वंदना कुजूर भी कार्यालय पहुंची. इसके बाद पूरे मामले से अवगत हुई. इस दौरान दडांधिकारी भी ग्रामीणों की बात सुनने के बाद कर्मियों को डांटने के बजाय ग्रामीणों को ही समझाने लगी. दडांधिकारी ज्योति वंदना कुजूर ने ग्रामीणों से कहा कि जो आवेदन आते हैं और जिस प्लाॅट के पंजी-2 का नकल निकालना होता है उनमें काफी भिन्नता होती है. उन्होंने कहा कि यह समस्या पिछले कई महीनों से लगातार बनी हुई है. इसे सुधारने का प्रयास किया जा रहा है।
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