
Giridih: गिरिडीह के छात्र मुकेश दास उर्फ माइकल का दावा है कि उसने जिले में संचालित अवैध कोयला तस्करों और उनके अवैध कारोबार के बारे में जब पुलिस के वरीय अधिकारियों को सूचना दी तो पुलिस ने उसे ही कोयला चोर बता थाने में उसके किलाफ प्राथमिकी दर्ज कर दी. मामले में अब जब उसने शिकायत की तो वरीय पुलिस अधिकारी ने मामले में दर्ज एफआईआर की विस्तृत जांच कर कार्रवाई की बता कही है.
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दरअसल मामला पिछले दिनों 25 नवंबर का है। स्थानीय छात्र मुकेश दास उर्फ माइकल का दावा है कि उसने पुलिस के वरीय अधिकारियों को सूचना दी कि मुफ्फसिल थाना क्षेत्र स्थित ओपेनकॉस्ट कोयला खदान के समीप धोबीडीह और सतीघाट इलाके में बड़े पैमाने पर कोयले की तस्करी कर उसे बैलगाड़ी से भेजने की तैयारी की जा रही है. मुकेश दास की मानें तो इसपर एक तरफ तो सदर एसडीपीओ अनिल सिंह और मुफ्फसिल थाना प्रभारी विनय राम ने पुलिस जवानों के साथ इन इलाकों में कोयले के अवैध धंधेबाजों के खिलाफ कार्रवाई की , लेकिन दूसरी ओर 25 नवंबर को उसके अलावा चार अन्य लोगों पिपराटांड निवासी मो. फिरोज, कमरुल, मुर्शीद के खिलाफ कोयला चोरी करने का केस थाना कांड संख्या 299/12 दर्ज कर नामजद अभियुक्त बना दिया गया
मुकेश दास का दावा है कि 25 नवंबर को अवैध कोयला कारोबारियों के खिलाफ हुई कार्रवाई के पूर्व एसपी अमित रेणु को धोबीडीह और सतीघाट इलाके के ग्रामीणों ने आवेदन देकर कई कोयला तस्करों का नाम बताते हुए कार्रवाई की मांग की थी. इसके बाद ही उसपर एफआईआर दर्ज की गई है.
पीड़ित मुकेश दास की शिकायत पर जब सदर एसडीपीओ अनिल सिंह से बात की गई. इस संबंध में एसडीपीओ ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि मुकेश दास उर्फ माइकल एक स्टूडेंट है, लेकिन अब जब उसके खिलाफ केस दर्ज हुआ है तो इसकी जांच की जा रही है और जांच के आधार पर ही अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी.