
Giridih: शहर के गोवर्धन लाल नर्सिंग होम में ईलाज के दौरान नवजात शिशु की मौत हो गयी. शिशु की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया. परिजनों ने नर्सिंग होम पर ईलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. हालांकि नर्सिंग होम के संचालक और चिकित्सक डॉक्टर विकास लाल के समझाने के बाद परिजन शांत हुए.
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दूध पिलाने के बाद से बिगड़ी नवजात की हालत
जानकारी के मुताबिक जिले के बगोदर थाना के फटिया गांव निवासी गौतम राउत ने अपनी गर्भवती पत्नी मीना देवी को बीते 2 अक्तूबर को भर्ती कराया था. दो अक्तूबर की शाम छह बजे मीना देवी ने एक लड़की को जन्म दिया. परिजनों का कहना था कि दो दिन बच्ची ठीक रही. रविवार को बच्ची को पहले डिब्बे का दूध पिलाया गया इसके कुछ देर बाद नर्सिंग होम की नर्स के सुझाव पर बच्ची को मां का दूध पिलाया गया. इसके बाद ही बच्ची की हालात बिगड़ना शुरू हो गयी. इस दौरान सोमवार की सुबह बच्ची की मौत हो गयी. परिजनों का कहना है कि बच्ची की मौत डॉक्टरों की लापरवाही का नतीजा है.
इधर, नर्सिंग होम के संचालक डॉक्टर विकास लाल ने परिजनों के लगाये गए आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि बच्ची के इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई. मां का दूध पिलाने के बाद मौत हुई है. इससे लापरवाही की बात कहां से है?
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