
Giridih: गिरिडीह के बेंगाबाद स्थित कोकरची गांव में अतिक्रमण बता कर एक दलित परिवार के घर को वन विभाग ने तोड़ डाला. घर को तोड़ने से पहले विभाग की ओर से नोटिस तक नहीं दिया गया. इस तरह आनन-फानन में की गयी कार्रवाई से एक गरीब परिवार छत विहीन हो गया है. पीडित परिवार का मुखिया ढोल बजाकर किसी तरह परिवार चला रहा था. मामला सामने आने पर अब वन विभाग घर के कागजात दिखाने पर विचार करने की बात कर रहा है.
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बिना मोहलत दिए तोड़ डाला घर


जानकारी के अनुसार वन भूमि बताकर बेंगाबाद रेंजर कार्यालय से वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी गुरूवार की सुबह पीडित बेनी तुरी के घर पहुंच गए. इसके बाद घर की छत दीवारें तोड़ दी गयी. इस पूरे घटनाक्रम में उस परिवार को अपनी बात रखने का मौका तक नहीं दिया गया. गरीब परिवार को छतविहीन कर दिया. पीडित परिवार अब खुले आसमान में रहने पर विवश है.




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अतिक्रमित भूमि पर हुई कार्रवाई
इस मामले में वन विभाग बेंगाबाद के रेंजर अनिल कुमार ने कहा कि जिस जगह पर कार्रवाई की गयी है, वह अतिक्रिमित थी. अतिक्रमण करनेवालों ने किसी भी तरह का कोई कागजात नहीं दिखाया था. मकान टूटने के बाद गरीब परिवार बेघर हो गया है और सर छुपाने के लिए एक टूटी फूटी झोंपड़ी में ठिकाना लिए हुए है. जानकारी के अनुसार गरीब परिवार को साल 1987 में ही अनुमंडल पदाधिकारी ने दो डिसमिल ज़मीन भूदान के रूप में दिया था. भूदान में मिली भूमि पर दलित परिवार इस पर मकान बनाकर रह रहा था. वन विभाग के कार्रवाई के बाद पीड़ित परिवार ने डीसी और डीएफओ को आवेदन देकर मामले की जांच कर दोषी वन विभाग के पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है.
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