
Garhwa: जिले के मेराल प्रखंड के बूथ संख्या 72, 73 एवं 74 उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय बसरिया से चुनाव संपन्न कराने के बाद मतपेटी लेकर लौट रहे मतदानकर्मियों पर हमला करने वाले 5 ग्रामीणों को शनिवार को जेल भेज दिया. मेराल थाना प्रभारी लाल बिहारी प्रसाद ने बताया कि शुक्रवार को मतदान कराने के पश्चात मतपेटी लेकर जा रहे वाहन को कमरमा मोड़ के समीप करीब 150 की संख्या में ग्रामीणों ने रोक कर मतदान कराने के लिए प्रतिनियुक्त सेक्टर दंडाधिकारी एवं पुलिस कर्मियों के साथ गाली गलौज की थी और जान मारने की नियत से मारपीट कर पुलिसकर्मी से हथियार छीन लिया था.
सूचना मिलते ही दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों के द्वारा छीने गए हथियार को बरामद किया तथा मतपेटी ले जा रहे हैं वाहन को सुरक्षित बज्रगृह लाया गया. घटना के संबंध में सेक्टर दंडाधिकारी राजीव रंजन मिश्र के लिखित आवेदन पर मेराल थाना में 14 नामजद तथा 150 अज्ञात लोगों पर मेराल थाना में भा.द.वि. की धारा 188/147/149/341/323/337/ 353/307 एवं 25(1ए बी) आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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प्राथमिकी आरोपी मेराल थाना क्षेत्र के बसरिया गांव निवासी रामजी पासवान तथा उनके पुत्र अजय पासवान उर्फ अजय कुमार रोशन, पंकज कुमार, कृपाल राम उर्फ कृपाशंकर रवि, प्रशांत कुमार उर्फ प्रशांत कुमार रवि को जेल भेज दिया गया है. नामजद आरोपियों में उपरोक्त के अलावा अवधेश राम, संजय राम, विजय राम, संतोष राम, बृजकिशोर उर्फ कीटाणु, गोल्डन, राहुल कुमार, भर्दुल पासवान एवं राजू पासवान का नाम शामिल हैं.


घटना का वीडियो वायरल होने से हुई लोगों की पहचान
दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि घटना के समय कुछ लोगों द्वारा वीडियो बनाकर वायरल किया गया था. वायरल वीडियो एवं स्थानीय चौकीदार के माध्यम से घटना में शामिल लोगों की पहचान की गई है.
क्यों उग्र हुई थी भीड़
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार मतदान खत्म होने के बाद प्राइवेट गाड़ी में मतपेटी ले जाने के क्रम में कुछ उम्मीदवार के समर्थकों द्वारा गाड़ी को रास्ते में रोककर पूछताछ करने लगे. इसी दौरान पुलिसकर्मी ग्रामीणों के साथ उलझ गए. दोनों ओर से नोकझोंक होने लगी, जिसकी खबर मिलते ही गांव से बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंच गए और हंगामा करते हुए पुलिसकर्मी वेंकटेश शर्मा एवं बिरजू चौधरी के साथ मारपीट करने लगे. इतने में वेंकटेश शर्मा हथियार का भय दिखाकर लोगों को भगाना की कोशिश की गई, परंतु उग्र भीड़ ने पुलिसकर्मी से हथियार को लूट लिया तथा उन्हें लाठी डंडे से जमकर पिटाई कर दी थी.
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