
Ramgarh : रामगढ़ जिले में जिला परिषद संख्या 5 के उम्मीदवार निशांत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. निशांत सिंह पर आरोप है कि उनके द्वारा अन्य उम्मीदवारों को डरा-धमका कर नामांकन का पर्चा भरने से रोका गया. बता दें कि इस सीट पर नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए कुल 10 संभावित उम्मीदवारों ने नामांकन पर्चा खरीदा था, लेकिन नामांकन केवल कुमार निशांत ने ही किया. ऐसी स्थिति में आज स्क्रूटनी के बाद कुमार निशांत निर्विरोध निर्वाचित होने की स्थिति में था.
इस पद पर केवल एक नामांकन को लेकर यह सीट पिछले दो-तीन दिनों से सुर्खियों में था. मामले की जानकारी मिलते ही रामगढ़ पुलिस सक्रिय हुई और मंगलवार की रात कुमार निशांत को गिरफ्तार कर लिया गया.
बताया जाता है कि इस बार इस जिला परिषद से कुमार निशांत सहित कुल दस लोगों ने नामांकन का पर्चा त खरीदा था. लेकिन निशांत को छोड़कर किसी ने नामांकन नहीं किया. इतना ही नहीं कई लोगों ने नामांकन करने का मन भी बनाया. लेकिन किसी ने सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन नामांकन नहीं किया.


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रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि उम्मीदवार निशांत सिंह के द्वारा अन्य लोगों को डरा-धमका कर नामांकन पर्चा भरने से रोका गया.
उपायुक्त कार्यालय से जिला पार्षद संख्या 5 के लिए नामांकन का पर्चा खरीदने वाले सभी उम्मीदवारों से बारी-बारी पूछताछ की गयी, जिसमें यह बात सामने आयी कि निशांत सिंह के द्वारा पलामू जेल में बंद पांडेय गिरोह के सरगना विकास तिवारी, पांडेय गिरोह के सक्रिय सदस्य निशी पांडेय, विकास साव एवं अन्य के सहयोग से बाकी उम्मीदवारों को जान से मारने की धमकी देकर पर्चा छीन लिया गया. कई लोगों को नामांकन के दौरान बुधवार को जबरन अपनी गाड़ी में बैठाकर नामांकन करवाने से रोका गया.
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