
Kumar Gaurav
Ranchi : पूरे विश्व में महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती को बहुत ही भव्य तरीके से मनाने की तैयारी चल रही है. भारत में भी इस दौरान 2 अक्टूबर गांधी जंयती से पहले पूरे देश को प्लास्टिक मुक्त कर देने की तैयारी भी चल रही है. सरकार के तरफ से कई और महत्वपूर्ण आयोजन कराने की भी बात है.
पर झारखंड की राजधानी रांची में पूजनीय बापू अंधेरे में रहने को विवश हैं. मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका जहां गांधी जी की प्रतिमा स्थापित है, प्रत्येक दिन लोग शांति की आस में बैठने भी आते हैं.
इस दार्शनिक और महत्वपूर्ण स्थल में पिछले लगभग तीन महीने से बिजली नहीं है. इसी बापू वाटिका के पिछले हिस्से में मौजूद मोरहाबादी मैदान में लगातार किसी न किसी प्रकार का आयोजन होता रहता है. नेता मंत्री, अधिकारी सभी आते हैं पर किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया है.
इसे भी पढ़ें : #MobLynching : प्रतिबंधित पशु काटने के आरोप में भीड़ ने तीन लोगों की पिटाई की, एक की मौत
गांधी प्रतिमा के बगल में लगाया गया है बड़ा सा चरखा
बापू वाटिका के बगल में पिछले खादी मेला के दौरान बड़ा सा चरखा स्थापित किया गया है. गांधी प्रतिमा और चरखे के अलावा यहां बहुत प्रकार के पौधे हैं. बिजली जब थी उस दौरान लाइटिंग से सौंदर्य को और बढ़ाया गया था.
बुजुर्ग इस वाटिका में जाकर अपना समय बिताते थे. पिछले तीन महीने से बिजली के नहीं होने से लोग परेशान हैं. बापू वाटिका के सामने 200 दिनों से अधिक धरने पर बैठे प्रकाश मंडल कहते हैं कि तीन महीने से लाईट नहीं है, प्रशासन का इस ओर जरा भी ध्यान नहीं है.
इसे भी पढ़ें : #JharkhandCongress : एक परिवार से एक ही व्यक्ति लड़ेगा विधानसभा चुनाव! शीर्ष पदों पर बैठे नेताओं को टिकट नहीं
क्या कहते हैं जिम्मेवार
इस संदर्भ में रांची के विधायक और नगर विकास मंत्री सीपी सिंह का कहना है- मुझे इस संदर्भ में जानकारी नहीं है. अगर तीन महीने से अंधेरे में हैं बापू वाटिका तो यह घोर आश्चर्य की बात है. अगर सब कुछ सही है और बिजली नहीं है तो क्यों नहीं है. मैं जांच कर दिखवाता हूं.
डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने कहा, वाटिका की देखरेख खादीग्राम उद्योग बोर्ड रांची के द्वारा होता है. आपके जरिये मामले की जानकारी हुई है तो मैं अपने स्तर से भी देखता हूं.
इसे भी पढ़ें : गिरिडीह : दर्जन भर मौजों के रैयतदारों की जमाबंदी रद्द करने की अनुशंसा, खरीद-बिक्री पर ‘प्रतिबंध’
advt