
Paris : भारतीय अर्थव्यवस्था अपने सुनहरे दौर में है. विश्व बैंक ने इस पर मुहर लगा दी है. बता दें कि विश्व बैंक के 2017 के नये आंकड़ों में यह उजागर हुआ है. विश्व बैंक के अनुसार अब भारत फ्रांस को सातवें पायदान पर पीछे छोड़ते हुए दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. बता दें कि इस समय अमेरिका दुनिया की टॉप अर्थव्यवस्था है, उसके बाद चीन, जापान और जर्मनी का नंबर है.
कंसल्टेंसी सेंटर फॉर इकनॉमिक्स ऐंड बिजनस रिसर्च ने अनुमान लगाया था
GDP के लिहाज से भारत ब्रिटेन और फ्रांस दोनों को पीछे छोड़ देने का अनुमान लंदन स्थित कंसल्टेंसी सेंटर फॉर इकनॉमिक्स ऐंड बिजनस रिसर्च ने पिछले साल के आखिर में लगाया था. यही नहीं, 2032 तक भारत के दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की भी संभावना जताई गयी है. बता दें कि 2017 के आखिर में ब्रिटेन 2.622 ट्रिलियन GDP के साथ दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था.


भारत की अर्थव्यवस्था जुलाई 2017 से फिर से मजबूत होने लगी है


आंकड़ों के अनुसार भारत की GDP (सकल घरेलू उत्पाद) पिछले साल के अंत में फ्रांस के 2.582 ट्रिलियन डॉलर के मुकाबले 2.597 ट्रिलियन डॉलर थी. बताया गया है कि कई तिमाहियों की मंदी के बाद भारत की अर्थव्यवस्था जुलाई 2017 से फिर से मजबूत होने लगी है. हालांकि फ्रांस की प्रति व्यक्ति जीडीपी भारत से 20 गुना ज्यादा है.
आंकड़ों कहते हैं कि एक दशक में भारत ने अपनी जीडीपी को दोगुना कर दिया है. लेकिन नोटबंदी और जीएसटी (माल एवं सेवा कर) के कारण दिखे ठहराव के बाद पिछले साल मैन्युफैक्चरिंग और उपभोक्ता खर्च भारतीय अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के प्रमुख कारक रहे है. संभावना जताई जा रही है कि चीन की रफ्तार धीमी पड़ सकती है और एशिया में भारत प्रमुख आर्थिक ताकत के तौर पर उभर सकता है.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के अनुसार इस साल भारत की ग्रोथ 7.4 फीसदी रह सकती है और कर सुधार व घरेलू खर्चे के चलते 2019 में भारत की विकास दर 7.8 फीसदी पहुंच सकती है. वहीं, दुनिया की औसत विकास दर के 3.9 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है.
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