
Ranchi : झारखंड में बनाये गये चार नये इंजीनियरिंग और आठ पॉलिटेक्निक संस्थानों को पीपीपी मोड में चलाया जायेगा या इसे सरकार खुद चलायेगी इसका फैसला जल्द किया जायेगा. एनसीटीइ की ओर से चार नये इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए इसी साल से अनुमति दी गयी है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कॉलेज संचालन के निर्णय संबंधी फाइल मुख्यमंत्री को भेजी गयी है. 30 जुलाई को इस बाबत निर्णय हो सकती है.
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ये इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक संस्थान होंगे संचालित


विभाग की ओर से जो संस्थान संचालित होने हैं वे चार इंजीनियरिंग कॉलेज और आठ पॉलिटेक्निक कॉलेज हैं. चार इंजीनियरिंग कॉलेजों में रामगढ़ (गोला), जमशेदपुर, कोडरमा और पलामू शामिल हैं. वहीं आठ पॉलिटेक्निक कॉलेज में बगोदर (गिरिडीह), गोड्डा, लोहरदगा, हजारीबाग, चतरा, खूंटी, जामताड़ा और पलामू शामिल हैं. एनसीटीइ की ओर से अभी केवल रामगढ़ (गोला), कोडरमा और पलामू इंजीनियरिंग कॉलेज को ही एडमिशन लेने की जिम्मेदारी दी गयी है. एडमिशन इसी साल से लेना है.




पीपीपी मोड में चलाने के लिए इनसे हुई बात
उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग द्वारा निजी कंपनियों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) और देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के साथ मिल कर पीपीपी मोड पर तकनीकी संस्थानों के उन्नयन, संचालन, प्रबंधन और रख-रखाव का प्रयास किया जा रहा है. हालांकि अभी यह फाइनल नहीं हुआ है. कंपनियों से केवल बात ही हुई है. संस्थानों को पीपीपी मोड पर देने के लिए टाटा स्टील लिमिटेड, जिंदल स्टील प्राइवेट लिमिटेड, सीसीएल, ओरिएन एडुटेक, ओपी जिंदल, सेंटम लर्निंग, टीम लीज, सेंचुरियन यूनिवर्सिटी आदि से भी बात हुई थी. इन संस्थानों के पठन-पाठन पर टेक्निकल यूनिवर्सिटी नियंत्रण रखेगी.
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