
Ranchi: मंत्री और झामुमो कैंडिडेट हफीजुल हसन अंसारी की साख मधुपुर उपचुनाव में दांव पर है. वे मंत्री बनाये जा चुके हैं पर अभी विधायक नहीं हैं. ऐसे में उनकी जीत तय करने के लिये महागठबंधन के घटक दल भी अब चुनावी मोर्चे पर उतरेंगे.
उपचुनाव में अपने गठबंधन प्रत्याशी की जीत के लिये सीएम हेमंत की अध्यक्षता में सहयोगी दलों की बैठक भी हो चुकी है. अब चुनावी रणनीति को धरातल पर उतारने में सभी जुटेंगे. मंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव अब प्रचार अभियान में उतरेंगे.
पार्टी नेताओं और सरकार में शामिल कांग्रेसी मंत्रियों के साथ इस संबंध में लगातार कई दौर की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया. 7 अप्रैल को रामेश्वर उरांव संगठन के पदाधिकारियों के दल बल के साथ मधुपुर प्रस्थान करेंगे.
तीन दिनों तक संभालेंगे मोर्चा
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे के अनुसार रामेश्वर उरांव मधुपुर में तीन दिनों तक रुकेंगे. इस दौरान कई अन्य कांग्रेसी नेता भी वहां कैंप करेंगे. इस दौरान पार्टी के पदाधिकारियों को अलग अलग जिम्मेदारी दी जाएगी.
प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में पार्टी की ओर से पदाधिकारियों औऱ कार्यकर्ताओं को क्षेत्रवार, प्रखंडवार, पंचायत स्तर तथा बूथ स्तर की जिम्मेवारियां सौंपी जाएगी. इसके लिए पार्टी कोटे से सरकार में शामिल मंत्रियों, विधायकों, पूर्व विधायकों, सांसदों, पूर्व सांसदों और प्रदेश पदाधिकारियों तथा वरिष्ठ नेताओं को अलग-अलग टास्क सौंपा जा रहा है.
संथालपरगना क्षेत्र के प्रभावशाली नेताओं को विशेष जिम्मेदारी दी जाएगी. मधुपुर में वार रुम भी बनाया जायेगा. मधुपुर में महगठबंधन दलों की एकजुटता, वामदलों का समर्थन और राज्य सरकार के कार्य चुनाव में सफलता दर्ज कराने के लिए काफी हैं.
‘बेरमो, दुमका की तरह रिजल्ट तय’
प्रदेश कांग्रेस के मुताबिक, बरहेट और बेरमो विधानसभा उपचुनाव की तरह ही मधुपुर में भी राज्य सरकार को जनता का भरोसा हासिल होगा. कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राष्ट्रीय जनता दल और अन्य वाम दलों के कार्यकर्त्ता आपसी समन्वय बनाकर चुनाव प्रचार अभियान चलाएंगे. उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार के दौरान कोविड-19 संक्रमण को लेकर भारत निर्वाचन आयोग और केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा.