
Dheeraj Kumar
Ranchi: झारखंड में सरकार को अस्थिर करने का आरोप में पहले भी कई बार रांची के अलग-अलग थानों में प्राथमिकी दर्ज हुई है. सरकार गिराने के आरोप में अरगोड़ा थाने में आज एक बार फिर प्राथमिकी दर्ज हुई है. इसके पहले रांची के कई अलग-अलग थानों में सरकार गिराने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है. रांची पुलिस इसके पहले कोतवाली थाने और धुर्वा थाना में सरकार गिराने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की थी. आज एक बार फिर से सरकार गिराने के आरोप में अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई है. कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर और विधायक अनूप सिंह ने अरगोड़ा थाने में आज तीन विधायकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. इनके ऊपर आरोप लगाया गया है कि ये सभी सरकार को अस्थिर करने के फिराक में थे. कल बंगाल पुलिस ने जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी की गाड़ी से करीब 48 लाख कैश बरामद किया था.
जुलाई 2021 में दो लाख रुपये के साथ पकड़े गए थे तीन लोग


पिछले साल जुलाई माह में रांची पुलिस ने एक होटल से सरकार गिराने के आरोप में तीन लोगों को दो लाख के साथ गिरफ्तार किया था. 22 जुलाई को झारखंड सरकार में शामिल कांग्रेस के एक विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने ही झारखंड के कुछ पावर ब्रोकर्स पर सरकार को गिराने की साजिश रचने और कुछ विधायकों को खरीदारी की कोशिश का आरोप लगाते हुए रांची के कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज करायी थी. इसके आधार पर पुलिस ने रांची के एक होटल से तीन लोगो को ब्रजेश कुमार दुबे, अमित सिंह और निवारण महतो को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने उनके पास से दो लाख रुपये बरामद किये थे. पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार लोगों को जेल तो भेज दिया, लेकिन तीन महीने बाद भी जांच का न तो कोई निष्कर्ष सामने आया है और न ही चार्जशीट फाइल की गयी थी. इसके बाद तीनों आरोपी जेल से बाहर आ गए थे.




अक्टूबर 2021 में धुर्वा थाने में हुई थी एफआईआर
झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक रामदास सोरेन ने सरकार गिराने के आरोप अक्टूबर 2021 को रांची के धुर्वा थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. झारखंड मुक्ति मोर्चा से निष्कासित किये जा चुके पूर्व केंद्रीय कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल एवं एक अन्य व्यक्ति अशोक अग्रवाल पर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया था.
सरकार गिराने के आरोपियों पर नहीं हुई है अब तक ठोस कार्यवाई
सरकार गिराने के आरोप में रांची पुलिस ने सभी मामलों में एफआईआर दर्ज की है लेकिन इन सभी मामलों में किसी भी व्यक्ति पर ठोस कार्यवाही नहीं हुई है. जुलाई माह में गिरफ्त में आए तीनों आरोपी से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि ये लोग सब्जी विक्रेता हैं. हालांकि दो लाख लेकर क्यों होटल में ठहरे हुए थे इसकी जानकारी सामने नहीं आ पाई थी. वहीं अक्टूबर माह में धुर्वा थाने में एफआईआर दर्ज मामले की जांच में आरोपी रवि केजरीवाल से पुलिस ने पूछताछ की लेकिन पुलिस को सरकार गिराने के आरोप में कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया था. इन सभी मामलों में किसी भी व्यक्ति पर आज तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई.