
Ranchi: भोपाल (मध्य प्रदेश) में आयोजित 12वीं हॉकी इंडिया सीनियर पुरुष हॉकी चैंपियनशिप 2022 में आज झारखंड के लिये अच्छी खबर सामने आयी. 17 अप्रैल तक खेले जाने वाले इस चैंपियनशिप में झारखंड ने अपने अंतिम लीग मैच में जम्मू कश्मीर को 5-0 गोल से पराजित कर दिया. इस तरह से लगातार तीसरी जीत दर्ज करते हुए वर्षों बाद इस स्तर के चैंपियनशिप में क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया. हॉकी झारखंड के उपाध्यक्ष मनोज कोनबेगी के मुताबिक यह वो टीम है जिसमें टीम के 18 में से 6 खिलाड़ी तो ऐसे हैं जो विशेष प्रशिक्षण शिविर को छोड़ बाकी दिनों में अपने घरों पर ही रहकर किसी तरह प्रैक्टिस करते हैं. जहां जगह मिल जाए, वहीं अभ्यास करते हैं. खास बात यह भी है कि इनमें एक भी खिलाड़ी के पास रोजगार नहीं है. ऐसे में बेहतर प्रदर्शन करते हुए इस टीम का वर्षों बाद क्वार्टर फाइनल में जगह बनाना खास है. ये बड़ी उपलब्धि है. सीनियर नेशनल में क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली संभवतः यह हॉकी झारखंड की पहली टीम है. झारखंड अब अगला मैच क्वार्टर फाइनल में महाराष्ट्र के साथ खेलेगा.
टीम की जीत में ये रहे हीरो
हॉकी जम्मू कश्मीर को 5-0 के गोल से हराने वाली झारखंड की टीम ने मैच में दूसरे क्वार्टर में 2 और तीसरे क्वार्टर में 3 गोल किये. टीम की ओर से आज के मैच में डेनिस केरकेट्टा ने 2 गोल (25वें, 38वें मिनट में) किए. अनुरुद्ध भेंगरा ने 23वें मिनट में, मनोहर मुंडू ने 37वें मिनट में और बिरसा ओड़िया ने 44वें मिनट में एक-एक गोल किए. इससे पूर्व झारखंड की टीम ने दादर-नगर हवेली और दामन एवं दीव की हॉकी टीम को 7-2, हॉकी चंडीगढ़ को 3-2 से पराजित किया था. झारखंड टीम में शामिल प्लेयर्स हैं- अमनदीप तिग्गा, अभिषेक कुमार साहू, नोएल टोपनो, सुसारन पूर्ति, बिरसा भेंगराज, अलफोंस गुड़िया, बिरसा ओड़िया, डेनिश केरकेट्टा, बीर बोगन सिंह मुंडा, अल्बर्ट डुंगडुंग, अनुरोध भेंगरा, जेन सोरेंग, सुमित बरवा, मनोहर मुंडू, बिलास कांडूलना, सुजीत एक्का, मुकेश किंडो और विजय खेस. टीम के कोच एलेक्स लकड़ा और मैनेजर मनोज प्रधान हैं.
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सफलता है खासः हॉकी झारखंड
हॉकी झारखंड के अध्यक्ष भोलानाथ सिंह ने टीम की जीत पर बधाई देते हुए कहा कि वर्षों बाद झारखंड पुरुष टीम ने सीनियर नेशनल में लीग के सभी मैच जीत कर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया है. हमारे खिलाड़ी अच्छी मेहनत कर रहे हैं. यही लय बनी रही तो टीम क्वार्टर फाइनल में भी हॉकी महाराष्ट्र के साथ खेलकर सेमीफाइनल में जगह बनायेगी. महासचिव विजय शंकर सिंह ने कहा कि ओलंपियन माइकल किंडो, सिलबानुस डुंगडुंग, मनोहर टोपनो जैसे महान खिलाड़ियों के जन्म दाता हॉकी के गढ़ सिमडेगा और खूंटी जैसे जिले में हॉकी खिलाड़ियों (बालक) के लिए संचालित आवासीय हॉकी सेंटर में वर्षों से प्रशिक्षक नहीं हैं. इसके बावजूद हमारे खिलाड़ी लगातार खुद से मेहनत कर रहे हैं.
मनोज कोनबेगी ने सीनियर नेशनल में क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली इस टीम के सभी खिलाड़ी झारखंडी ही हैं. यहीं सबों का जन्म हुआ है. सभी झारखंड में ही रहते हैं. सभी बेरोजगार हैं. इससे पहले झारखंड की जो भी टीम क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी, उसमें से कोई ना कोई खिलाड़ी झारखंड या इससे बाहर कहीं नौकरी करते थे. झारखंड में नौकरी ना होने के कारण हमारे खिलाड़ी अन्य राज्यों में पलायन कर जाते हैं. ऐसे में हमारी टीम सीनियर नेशनल में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाती है. अगर इसका निदान हो और बेहतर भविष्य की गारंटी हो तो टीम नियमित तौर पर बड़े टूर्नामेंटों में अच्छा खेल दिखा सकती है.