
Ranchi : रांची की मेयर सह भाजपा नेता आशा लकड़ा ने संसद से पारित तीनों कृषि विधेयकों को मोदी सरकार का एक बड़ा ऐतिहासिक फैसला बताया है. उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता किसान विरोधी बयान दे रहे है.

मेयर के मुताबिक संसद में पारित कृषि विधेयक कृषि उपज वाणिज्य एवं व्यापार (संवर्द्धन एवं सुविधा) विधेयक-2020, मूल्य आश्वासन पर किसान (बंदोबस्ती और सुरक्षा) समझौता व कृषि सेवा विधेयक किसानों को बड़े फलक पर बाजार उपलब्ध की महत्वपूर्ण कड़ी है. इससे देश के किसान अपनी उपज को बेचने के लिए स्वतंत्र होंगे.

वर्तमान में किसानों को अपनी उपज की बिक्री के लिए कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. लेकिन इन बिलों से वे खुद को काफी राहत महसूस कर रहे होंगे.
इसे भी पढ़ें – एक साल से नहीं हुई है रिम्स गर्वनिंग बॉडी की मीटिंग, कई प्रपोजल अटके हैं
नयी पारिस्थितिकी तंत्र में किसानों व व्यवसायियों को खरीद-बिक्री के लिए होंगे अधिक विकल्प
आशा लकड़ा ने कहा कि पहले किसानों के लिए अधिसूचित कृषि उत्पादन विपणन समिति के बाहर कृषि उपज की बिक्री पर कई तरह के प्रतिबंध थे. किसानों को राज्य सरकार के पंजीकृत लाइसेंसधारियों को उपज बेचने की बाध्यता थी.
इस विधेयक के माध्यम से एक नये पारिस्थितिकी तंत्र की स्थापना होगी, जहां किसानों व व्यवसाइयों को कृषि उपज की खरीद-बिक्री के लिए अधिक विकल्प उपलब्ध होंगे.
मेयर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री भी स्पष्ट कर चुके हैं कि तीनों विधेयक किसानों के हित में हैं. इस विधेयक के माध्यम से अधिक उपज वाले क्षेत्र के किसानों को उनकी उपज पर बेहतर मूल्य प्राप्त होगा. साथ ही कम उपज वाले क्षेत्रों में उपभोक्ताओं को कम कीमत पर अनाज प्राप्त होगा. इस अधिनियम के तहत किसानों से उनकी उपज की बिक्री पर किसी प्रकार का उपकर या लगान नहीं लिया जायेगा.
इसे भी पढ़ें – बिहार: पूर्व DGP गुप्तेश्वर पांडेय सीएम नीतीश कुमार की मौजूदगी में जेडीयू में हुए शामिल
कांग्रेस के बहकावे में आकर किसानों के हित की अनदेखी न करें हेमंत सरकार
मेयर ने कहा कि फिलहाल विपक्षी पार्टियों के पास न तो कोई मुद्दा है और न ही किसानों के हित के प्रति सकारात्मक सोच है. राज्य में कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन की सरकार को डर है कि अब किसानों की उपज की बिक्री में बिचौलियों की भूमिका खत्म हो जायेगी.
उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि वे इस बिल के प्रति सकारात्मक रुख अपनाएं. कांग्रेस के बहकावे में आकर केंद्र सरकार की नीति और किसानों के हित की अनदेखी न करें. किसानों को बड़े फलक पर बाजार मिलेगा तो उन्हें उनकी उपज का बेहतर मूल्य प्राप्त होगा. इससे किसान न सिर्फ समृद्ध होंगे, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को विकसित करने में किसानों की अहम भूमिका सुनिश्चित होगी.
इसे भी पढ़ें – गिरिडीह : तिसरी पिकेट में पोस्टेड सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल की हार्टअटैक से मौत