
Giridih: गिरिडीह व कोडरमा के जिन 139 ईवीएम को लेकर झाविमो व पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मंराडी जिला प्रशासन के खिलाफ खड़े हो गये हैं, वह सारे ईवीएम लेकर मतदान कर्मी दुसरे दिन मंगलवार को पचंबा के बाजार समिति स्थित वज्रगृह लौटे.
वज्रगृह में तमाम ईवीएम को सुरक्षित रखा. हालांकि इन ईवीएम के साथ कई वैसे ईवीएम भी थे, जो चुनाव के बाद सोमवार तक वज्रगृह नहीं लौट पाये थे. इधर कोडरमा लोस के विभिन्न मतदान केन्द्रों से लौटे ईवीएम के बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी राजेश पाठक ने राहत की सांस ली.
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लेकिन विवाद का दौर थमा नहीं है. क्योंकि पार्टी सुप्रीमो और पार्टी के चुनाव अभिकर्ता अब भी यह मानने को तैयार नहीं कि प्रशासन का भाजपा के साथ साठगांट नहीं है. और बिना उनकी सहमति के वज्रगृह के बजाय कलस्टरों में ईवीएम रखी गयी.




लिहाजा, प्रत्याशी व चुनाव अभिकर्ता के बगैर अनुमति के कलस्टरों में ईवीएम रखवाने के बाद दोनों जिला प्रशासन के भूमिका पर सवाल खड़े होना लाजिमी है. लोग सवाल कर रह हैं कि आखिर किस परिस्थति में अधिकारियों ने कलस्टरों में ईवीएम को रात भर के लिए रखवाया.
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