
Palamu : पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने रविवार को पलामू प्रवास के दौरान संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी एकता का पक्षधर रही है. लोकसभा चुनाव के समय पार्टी ने इसके लिए अथक प्रयास भी किया, लेकिन दुखद पहलू यह रहा कि इस बात को क्षेत्रीय पार्टियों ने अहमियत नहीं दी. इसका परिणाम सबके सामने है. भाजपा पूरे देश पर हावी हो गयी. मोदी राज में विचारों की स्वतंत्रता खत्म हो गयी है.
उन्होंने झारखंड की चर्चा करते हुए कहा कि मॉब लिंचिंग की शुरुआत यहीं से हुई. यहां हर महीने मॉब लिंचिंग की घटना होती है. सहाय ने कहा कि हमारे देश के मुसलमान और अकलीयत अतिवादिता में विश्वास नहीं रखते. यहां आतंकवाद को इस्लाम से जोड़ा जाता है, लेकिन ऐसी बात नहीं है.
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मूल समस्याओं पर सरकार का ध्यान नहीं
उन्होंने कहा कि झारखंड में लोग भूख से मर रहे हैं, किसान आत्महत्या कर रहे हैं, अकाल माथे पर सवार है लेकिन इस ओर शासन-प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. एक सवाल के जवाब में सुबोधकांत ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के संगठन को नये सिरे से मजबूत करने की जरूरत है.
आने वाले विधान सभा चुनाव की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में वे गठबंधन के हिमायती रहे हैं. गठबंधन समय की मांग है. कहा कि झारखंड में भाजपा की सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है. इसका खामियाजा आने वाले चुनाव में पार्टी को हर हाल में भुगतना पड़ेगा.
इस अवसर पर अशोक सिन्हा, आलोक श्रीवास्तव, आलोक वर्मा ,सुधीर सहाय, संजीव नयन, ओमप्रकाश बबली सहित कई लोग उपस्थित थे.
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