
Uday Chandra Singh
New Delhi: बेशक कोरोना से होने वाली मौतें सुर्खियां बन रहीं हो, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इससे कहीं अधिक लोग भूख से मर रहे हैं ? जी हां, आपको यह जानकर हैरानी होगी कि दुनिया भर में अकाल जैसी स्थिति का सामना करने वालों की संख्या पिछले साल के मुकाबले छह गुना बढ़ गई है और दुनिया में प्रति मिनट भूख से 11 लोग दम तोड़ रहे हैं.
इसे भी पढ़ें : दिनेश कार्तिक से इंग्लैंड में हुई गाली-गलौज! सुबह जल्दी नहीं उठने के मुद्दे ने पकड़ा तूल


स्वतंत्र गैर-सरकारी संगठन ऑक्सफैम ने ‘द हंगर वायरस मल्टीप्लाइज’ नामक इस रिपोर्ट में दावा किया है कि सूखा से मृतकों की संख्या कोविड-19 से आगे निकल चुकी है, जो हर मिनट करीब सात लोगों को मौत की नींद सुला देता है जबकि भूख से प्रति मिनट 11 लोगों की मौत हो जाती है. यह रिपोर्ट इस लिए भी चौंकानेवाली है क्योंकि इसमें बताया गया है कि दुनिया भर में 155 मिलियन लोग अब खाद्य असुरक्षा के संकट के बीच जी रहे हैं. यह संख्या पिछले साल की तुलना में 20 मिलियन अधिक हैं. जिन इलाकों में यह स्थिति है वहां अधिकतर में सैन्य संघर्ष की स्थिति है.




इसे भी पढ़ें : UP के पूर्व CM कल्याण सिंह की मौत की खबर अफवाह, पोते ने कहा- बाबूजी अभी स्वस्थ हैं
रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि बेशक दुनिया महामारी और भूखमरी के संकट से जूझ रही है, लेकिन सच्चाई यह भी है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सैन्य खर्चों में 51 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई. रिपोर्ट में अफगानिस्तान, इथियोपिया, दक्षिण सूडान, सीरिया और यमन सहित कई देशों को सबसे खराब भूख वाले हॉटस्पॉट में सूचीबद्ध किया गया है, जो सभी संघर्ष में उलझे हुए हैं. इन देशों में भूख को हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है, लोगों को भोजन और पानी से महरूम किया जा रहा है और मानवीय राहत में बाधा पहुंचाई जा रही है.