
Ranchi : पूर्व ओलंपियन और विख्यात झारखंड आंदोलनकारी जयपाल सिंह मुंडा के नाम पर टकरा (खूंटी) में एक हॉकी एकेडमी स्थापित किये जाने का प्रयास चल रहा है. इस संबंध में रविवार को पूर्व ओलंपियन सह खेल विभाग (झारखंड) के खेल समन्वयक मनोहर टोपनो ने हॉकी झारखंड से सहयोगा मांगा. हॉकी झारखंड के ऑफिस जाकर इसके प्रमुख भोलानाथ सिंह को प्रस्ताव की जानकारी दी.
अकादमी को हॉकी झारखंड से मान्यता देने का अनुरोध किया. इस पर भोलानाथ सिंह ने इस प्रस्ताव का जोरदार स्वागत किया. कहा कि झारखंड में प्रतिभावान हॉकी खिलाड़ियों की संख्या अनगिनत है. यहां 100से भी अधिक अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी हुए हैं. अनुभवी लोगों के द्वारा एकेडमी का निर्माण होने से झारखंड की हॉकी को और अधिक लाभ होगा. हॉकी झारखंड इस एकेडमी की स्थापना में तन, मन और धन से सहयोग करेगा. सरकारी कार्यों को करने के साथ साथ इतने विख्यात हॉकी खिलाड़ी ऐसे प्रयास में लगे हैं, इसका स्वागत है. मौके पर रांची साईं के प्रशिक्षक जगन टोपनो, मेकॉन रांची के पूर्व हॉकी प्रशिक्षक एलेक्स लकड़ा, भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान सह दक्षिण पूर्व रेलवे रांची की महिला हॉकी टीम की प्रशिक्षक सुमराई टेटे, भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान सह रांची रेलवे की पदाधिकारी असुंता लकड़ा, पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी विश्वास पूर्ति, कांति बा एवं अन्य भी मौजूद थे.


एकेडमी की यह होगी खूबी


गौरतलब है कि खूंटी में जयपाल सिंह के नाम पर बनने जा रही एकेडमी के स्थापना संबंधी कार्यों की अगुवाई खुद मनोहर टोपनो कर रहे हैं. टकरा जयपाल सिंह की जन्मस्थली रही है. ऐसे में टकरा को फिर से चर्चा में लाने के साथ-साथ यहां से शानदार हॉकी खिलाड़ी निकालने की भी तैयारी शुरू है. यह हॉकी एकेडमी लगभग 60 एकड़ भूमि पर बननी है. इसमें 100 बालक एवं 100 बालिका हॉकी खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने की योजना है. इसमें पूर्व ओलंपियन सहित वर्ल्ड क्लास के खिलाड़ी, कोच रहे लोगों की भी मदद ली जानी है.
हॉकी की समृद्ध होगी विरासत
भोला नाथ सिंह ने पूर्व ओलंपियनों और पूर्व विश्व स्तरीय खिलाड़ियों की मदद से खुलने वाले एकेडमी को खेलों के लिहाज से उत्कृष्ट पहल बताया है. हॉकी झारखंड के कार्यालय में मनोहर टोपनो को मोमेंटो देकर स्वागत करते कहा भी कि उनके जैसे महान खिलाड़ी का सहयोग इस एकेडमी को मिलने जा रहा है, यहां के खिलाड़ियों के लिये बड़ा सौभाग्य होगा. मनोहर के अनुभव का लाभ झारखंड की आने वाले पीढ़ी को इस एकेडमी के माध्यम से मिलेगा. जगन टोपनो के लिये भी कहा कि राज्य में उनसे अनुभवी प्रशिक्षक शायद ही कोई हो. वर्षों तक खेल विभाग द्वारा सिमडेगा और खूंटी में संचालित खेल सेंटर के खिलाड़ियों को उन्होंने प्रशिक्षण देकर काबिल बनाया है. अभी वे साईं से जुड़कर हजारीबाग और रांची में प्रशिक्षण दे रहे हैं. सुमराय टेटे, असुंता लकड़ा, विश्वासी पूर्ति एवं कांति बा का भी आभार व्यक्त करते कहा कि इतने अनुभवी लोगों का एक साथ इस एकेडमी को सहयोग मिलना दिलचस्प और प्रेरक होगा. झारखंड में नये खिलाड़ियों को तैयार करने और खेलों का भविष्य संवारने में ऐसे लोगों का बहुमूल्य समय देना खास है, उदाहरण है.