
Patna: बीपीएससी पेपर लीक कांड की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की टीम ने खुलासा किया है. टीम की माने तो 46 मिनट पहले ही गिरोह के सदस्यों के पास एग्जाम शुरू होने से पहले प्रश्न पत्र पहुंच गया था. आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने जांच में यह पाया कि अभियुक्तों के मोबाइल में सी सेट का वायरल प्रश्न पत्र मौजूद था. इस सेट को गिरोह के सदस्यों द्वारा कई छात्रों को व्हाट्सएप के माध्यम से भेजा गया था. इसके बदले में गिरोह के सदस्यों ने छात्रों से आठ से 10 लाख रुपये तक वसूल लिए थे, हालांकि वायरल प्रश्न पत्र गिरोह के सदस्यों के पास कैसे और कहां से आया इस गुत्थी को सुलझाना अभी आर्थिक अपराध इकाई के लिए एक चुनौती बनी हुई है.

आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारियों की मानें तो इस मामले में कई लोगों पर संदेह है और उनकी तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है. इस पूरे मामले में बीपीएससी के कर्मियों की भूमिका की भी जांच तेज कर दी गई है. परीक्षा शुरू होने के काफी पहले प्रश्न पत्र लीक हो जाने के कारण बीपीएससी पर सवाल खड़ा होना लाजमी है. आर्थिक अपराध इकाई की जांच टीम बीपीएससी के अफसरों और कर्मियों से लगातार पूछताछ में जुटी हुई है. जांच टीम की मानें तो बीपीएससी भी अपने स्तर से इसकी जांच करवा रहा है. उसने अपनी रिपोर्ट भी सौंपी है और कई कर्मियों के मोबाइल की जांच की गई है और तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से अनुसंधान किया जा रहा है.

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