
Jamshedpur : झारखंड-बंगाल के सीमावर्ती पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया के राजाबासा जंगल में 114 हाथियों का झुंड पिछले दो दिनों से डेरा जमाए बैठा है. इनमें नर, मादा एवं उनके बच्चे शामिल हैं. इससे स्थानीय ग्रामीण दहशत में हैं. हालांकि, हाथियों के झुंड के रिहायशी इलाके में प्रवेश नहीं करने के कारण अबतक जानमाल की किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई है. इधर, हाथियों को एलीफैंट कॉरिडोर में मूवमेंट कराने के लिए वन विभाग ने कमर कस ली है. पश्चिमी बंगाल के बांकुड़ा से 15 सदस्यीय स्पेशल टीम को बुलाया गया है. इसके अलावा तीन-तीन वनरक्षी समेत 10-10 की संख्या में ग्रामीणों की छह अलग-अलग (क्विक रिस्पांस टीम) टीम बनायी गयी है.
जमशेदपुर की डीएफओ ममता प्रियदर्शनी ने बताया कि 114 हाथियों का झुंड फिलहाल राजाबासा जंगल में जमा हुआ है. इन हाथियों को एलीफैंट कॉरिडोर की ओर मूवमेंट कराने को लेकर विभाग ने मुकम्मल तैयारियां कर ली गयी हैं. हाथियों की संख्या काफी ज्यादा है, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल व्याप्त है. दिन के वक्त हाथियों की गतिविधि सामान्य रहती है. इस कारण टीम शाम 5 बजे के बाद हाथियों को एलीफैंट कॉरिडोर की ओर मूव कराने का कार्य करेगी.
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पड़ोसी राज्य बंगाल से पहुंचे हैं अधिकांश हाथी


पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल से सटे चाकुलिया वन क्षेत्र के सरडीहा जंगल से होते हुए करीब 70 से 75 हाथियों का झुंड एक साथ रविवार सुबह झारखंड में प्रवेश कर गया था. सरडीहा से दक्षिणशोल, बनकाटी व लोधासोली होते हुए हाथियों का झुंड रविवार दोपहर बाद चौठिया पहुंच गया. एक साथ इतनी बड़ी संख्या में हाथियों के आगमन की सूचना मिलते ही ग्रामीण भयभीत हो गये. दूसरी ओर इस क्षेत्र में पहले से ही 30 से 35 के करीब हाथियों का समूह अलग-अलग घूम रहा है.
झुंड से भटके हाथी ने बस को पलटने की कोशिश


दूसरी ओर राजाबासा जंगल में डेरा जमाए 114 हाथियों के झुंड ने सोमवार को उत्पात मचाने की कोशिश भी की. इस दौरान एफसीआइ के एक गोदाम समेत मिट्टी के एक घर को हाथियों ने तोड़ दिया. वहीं झुंड से भटककर एक हाथी बीच सड़क पर पहुंच गया. चाकुलिया-खड़गपुर सड़क पर बस को रोक दिया और उसे पलटने की कोशिश की. इससे बस में सवार यात्री अपने-अपने सामान को छोड़ कर बस से उतरकर सुरक्षित स्थान पर चले गये थे.
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