
Ranchi : स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने राज्य में कार्यरत बीआरपी-सीआरपी को निर्देश दिया है कि वे हर दिन 10 स्कूल घूमें और इस बात कि विस्तृत रिपोर्ट तैयार करें कि किस स्कूल में मध्याहन भोजन बन रहा है और कितने बच्चे इसका लाभ ले रहे हैं. वहीं प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों (बीईईओ) को इस रिपोर्ट को लेकर जिला तथा मुख्यालय को भेजने को कहा है. सभी बीआरपी और सीआरपी को किस तरह जिला और राज्य मुख्यालय को रिपोर्ट भेजनी है, बकायदा इसका फारमेट भी दिया गया है. राज्य के 17 जिलों में पहली क्लास से स्कूल का संचालन शुरू हो गया है. विभाग इस बात को सुनिश्चित करना चाहता है कि मध्याहन भोजन मिलना शुरू हो सका है या नहीं.
बताते चलें कि सभी जिलों में वित्तीय वर्ष 2020-21 का 134 दिनों के कुकिंग कास्ट मद की राशि तथा 2021-22 के 20 दिनों के लिए ग्रीष्मावकाश मद की राशि छात्र के बैंक खाते में डीबीटी किया जा रहा है.
बीआरपी, सीआरपी को इन सभी की निगरानी करनी है. झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण ने सभी जिलों से उन स्कूलों की रिपोर्ट मांगी है, जहां अभी भी मध्याह्न भोजन बनाने के लिए एलपीजी गैस सिलेंडर उपलब्ध नहीं है.
प्राधिकरण ने सात दिनों के भीतर इसकी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं ताकि उन जिलों में सिलेंडर क्रय करने का प्रस्ताव बजट में शामिल किया जा सके.
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