Vineet Upadhyay
Ranchi : अब तक आपने सरकारी कार्यालयों जैसे अंचल कार्यालय,रजिस्ट्री ऑफिस एवं अन्य विभागों से दस्तावेज गायब होने के बारे में देखा या सुना होगा. लेकिन आपको यह जानकर काफी हैरानी होगी कि अब कोर्ट से भी दस्तावेज गायब होने लगे हैं. यह हम नहीं कह रहे बल्कि इस बात के पुख्ता प्रमाण होने का आरोप केस से जुड़े पक्षकार ने लगाया है.
दरअसल रांची सिविल कोर्ट की न्यायिक दंडाधिकारी कावेरी कुमारी की कोर्ट में चल रहे एक कंप्लेन में गवाही के दो पेज गायब होने का मामला सामने आया है. अदालत में यह गवाही कंप्लेन केस नंबर 143/15 में कलमबद्ध हुई थी.
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गवाही की नकल निकालने के दौरान पता चला
कंप्लेन केसवादी प्रभात कुमार सिंह द्वारा प्रतिवादी नंदलाल प्रसाद पर किया गया था, जो जमीन के नाम पर धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ है. गवाही के पन्ने गायब होने की जानकारी नंदलाल प्रसाद के वकील और परिजनों को तब हुई. जब उन्होंने गवाही की नकल निकालने की कोशिश की. रिकॉर्ड निकालने के दौरान यह पता चला कि अदालत से गवाही का दोनों पेज रिकॉर्ड से गायब कर दिया गया है.
वादी पक्ष ये आरोप लगा रहा है कि इस केस से जुड़े दूसरे पक्ष के द्वारा रिकॉर्ड गायब कराया गया होगा. आज तक तो सचिवालय,रजिस्ट्री ऑफिस और अन्य ऑफिसों में रिकॉर्ड गायब होने के कई मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन अदालत के रिकॉर्ड का पेज फाड़कर गायब कर देना न्याय प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है.
क्रॉस एग्जामिनेशन से संबंधित रिकॉर्ड हुए गायब
बता दें कि वर्ष 2012 में हेथू में लगभग एक एकड़ जमीन की खरीद बिक्री में धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. इसके अलावा इस मामले में नंदलाल प्रसाद डेढ़ साल से जेल में हैं. नंदलाल प्रसाद के वकील वादी प्रभात कुमार सिंह से क्रॉस इग्जामिनेशन किया था. उसमें जो बातें उन्होंने कही थी, उससे इस केस का रुख बदल सकता था. इसीलिए उस क्रॉस एग्जामिनेशन से संबंधित गवाही के रिकॉर्ड गायब कर दिये गये हैं.
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