
NewDelhi : राज्यसभा में 12 विपक्षी दलों ने चुनाव सुधार के मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिया है. इन दलों में कांग्रेस, टीएमसी, सपा और बसपा शामिल हैं. इस पर चर्चा के लिए 9 जुलाई की तारीख तय की गयी है. लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली प्रचंड जीत के बाद 17वीं लोकसभा का गठन किया गया. लेकिन विपक्षी दल अब भी चुनाव को निष्पक्ष नहीं मान रहा. आज विपक्षी दलों ने राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को चुनाव सुधार के मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिया.
विपक्षी दलों के 12 नेताओं के साइन इस नोटिस पर हैं. नोटिस के जरिए चुनाव सुधार और निष्पक्ष चुनाव कराने के मुद्दे पर अल्पकालिक चर्चा कराने की मांग की गयी है. सभापति द्वारा इस नोटिस को स्वीकार कर लिया गया है, इस पर 9 जुलाई को चर्चा होगी. नोटिस पर सीपीआई, सीपीएम, डीएमके, एनसीपी, आरजेडीस, केरल मणि कांग्रेस, झामुमो और आप नेताओं के सिग्नेचर हैं.
ममता ने भाजपा की प्रचंड जीत के बाद चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किये


सपा और बसपा जैसे दल लगातार ईवीएम को लेकर सवाल उठाते आये हैं. वहीं आम आदमी पार्टी भी भाजपा पर चुनाव में अकूत पैसा खर्च करने का आरोप लगा रही है. ममता बनर्जी की टीएमसी ने भी भाजपा की प्रचंड जीत के बाद चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किये थे. ऐसे में अब यह सभी दल चुनाव बाद भी इस मुद्दे को जिंदा रखना चाहते हैं, क्योंकि इस बहाने वह संसद के भीतर सरकार को घेरने की कोशिश कर सकते हैं.




इधर राज्यसभा में हंगामे को लेकर आज सभापति ने सभी सांसदों को नसीहत देते हुए कहा कि पिछले कुछ सत्रों से सदन में कामकाज लगातार बाधित रहा है जिसकी वजह से उत्पादकता में भारी कमी आयी है. लोकसभा में कई बिल पारित हुए लेकिन राज्यसभा में हंगामे की वजह से ऐसा नहीं हो सकता जिससे उच्च सदन पर कामकाज का बोझ बढ़ता चला गया. उन्होंने सांसदों से अपील करते हुए कहा कि आगे से वह सदन को सुचारू ढंग से चलाने में मदद करें
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