
Dhanbad: बीसीसीएल से बड़े पैमाने पर हुई डीजल चोरी का खुलासा हुआ है. विभिन्न कोलियरी और प्रोजेक्टों में चलने वाले भारी वाहनों से डीजल चोरी की जाती है. चोरी-छुपे डीजल निकालकर फिर उसे बाजार में बेचा जाता है.
एक हजार लीटर डीजल जब्त
गुप्त सूचना के आधार पर रविवार को पुलिस ने सिजुआ स्थित एक खंडहरनुमा घर में छापेमारी कर एक हजार लीटर डीजल जब्त किया. हालांकि छापेमारी के दौरान आरोपी भागने में सफल रहे.

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छापेमारी का नेतृत्व कतरास इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह और तेतुलमारी थानेदार सत्येंद्र सिंह ने किया. चोरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है.
बीसीसीएल में डीजल चोरी बड़ा मुद्दा
बीसीसीएल में डीजल चोरी बड़ा मुद्दा है. यह इतना गंभीर मामला है कि कई केस की जांच विजिलेंस कर रही है. सीबीआई जैसी एजेंसी ने भी कार्रवाई की है. तकनीक के सहारे चोरी पर अंकुश लगाने की बात कही गयी, पर अबतक कामयाबी नहीं मिली.
जबकि टैंकर द्वारा बीसीसीएल को डीजल की आपूर्ति की जाती है. ट्रकों की रियल टाइम ट्रैकिंग मोबाइल के माध्यम से भी की जा सकती है. डीजल की मांग की बुकिंग भी मोबाइल से आसान है.
भूमिगत डीजल/पेट्रोल की टंकी पर निगरानी रखने के लिए ऑटोमेशन (सूचना तकनीकी के सहयोग से) का प्रयोग किया जा रहा है, ताकि निगरानी पारदर्शी तरीके से की जा सके. अगले चरण में गाड़ियों के तेल वितरण पद्धति का ऑटोमेशन (सूचना तकनीकी के सहयोग/प्रयोग) द्वारा चरणबद्ध तरीके से किया जाता है.
यहां बड़े पैमाने पर होती डीजल चोरी
बीसीसीएल के लगभग सभी ऑउटसोर्सिग कंपनी के वाहन से डीजल चोरी की जाती है. परियोजनाओं में खड़े वाहनों से हथियार के बल पर डीजल चोरी होती है.
वेस्ट मोदीडीह परियोजना, केंदुआडीह थाना क्षेत्र के कुसुंडा में स्थित डेको ऑउटसोर्सिंग कंपनी, तिसरा में डीजल चोरी को लेकर फायरिंग की घटना आम है.
कभी-कभी पुलिस टीम पर भी चोरों ने फायरिंग भी की है. अलकडीहा क्षेत्र के सुरूंगा से डीजल चोरी बड़े पैमाने पर होती है. केन्दुआ थाना क्षेत्र में लोयाबाद, करकेन्द, तेतुलमारी, बरोरा, झरिया, धनसार, पाथरडीह, भौंरा, सुदामडीह, कतरास, निरसा आदि थाना क्षेत्र के ऑउटसोर्सिंग कंपनियों के वाहन से डीजल चोरी की जाती है.
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